भागलपुर : बौर के आतंक के नाम से कुख्यात टैरा मंडल की गिरफ्तारी की सूचना है. सूत्रों की मानें तो पुलिस ने टैरा को नवगछिया के किसी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. पुलिस उससे पूछताछ कर रही है. टैरा पर कई केस दर्ज हैं. हत्या, लूट से लेकर कई अन्य केस भी उसके ऊपर दर्ज हैं. पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी.
पंचायत सचिव की हत्या के बाद से ही पुलिस उसके पीछे थी : सबौर में पंचायत सचिव रामकुमार मंडल की हत्या के बाद से ही पुलिस टैरा मंडल के पीछे पड़ी थी. टैरा की रामकुमार से दुश्मनी चल रही थी. उसी पर रामकुमार की हत्या का आरोप है. एनएच-80 अवैध वसूली और लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले टैरा ने कई का खून बहाया है. उसके पकड़ने के लिए कई पुलिस अधिकारियों की टीम काम कर रही थी. भागलपुर के साथ ही नवगछिया के इलाकों में भी उस पर नजर रखी जा रही थी.
सबौर का आतंक…
दुश्मन का नाम सुनना पसंद नहीं करता है टैरा : टैरा मंडल ममलखा राम नगर का रहने वाला नामी अपराधी है. टैरा मंडल का आतंक आज भी ममलखा से लेकर रामनगर व अठगामा तक फैला हुआ है. टैरा मंडल के गैंग में कई शार्प शूटर अपराधी शामिल हैं, जो बात-बात पर गोली फायर कर देते हैं. उसका इतना खौफ है कि दिनदहाड़े गोली से मारते देखने के बाद भी कोई अपना मुंह नहीं खोलता है. किसी से भी पूछो सब अपने को घटना के समय किसी अन्य काम में व्यस्त रहने की बात कह चुप हो जाते हैं. टैरा मंडल के सूत्रों की माने तो टैरा अपने दुशमन का नाम भी सुनना पसंद नहीं करता है. यहीं कारण है कि हाल ही में अपनी मां की मुखिया चुनाव में हार की वजह बने राम कुमार मंडल को दिन दहाड़े गोलियों से छलनी कर मौत के घाट उतार दिया. इसके पहले भी उसने रामकुमार के घर पर अंधाधुंध गोलीबारी कर पूरे ममलखा गांव में दहशत फैला दी थी. ग्रामीणों की माने तो राम कुमार आजाद ही ऐसा व्यक्ति था, जो टैरा के खिलाफ बोल सकता था. उसके मरने के बाद तो टैरा के खिलाफ अब किसी को बोलने की हिम्मत भी नहीं है.
नवगछिया इलाके से टैरा मंडल की गिरफ्तारी की सूचना
पुलिस काे थी तलाश, उस पर हत्या, लूट से लेकर कई केस हैं दर्ज
पहलवान पकड़लैये अबै ममलखा शांत होइ जइैते
टैरा मंडल की गिरफ्तारी की खबर जैसे ही गुरुवार की शाम ममलखा गांव पहुंची, लोग खुशी से झूम उठे. यह खबर देखते ही देखते लोगों के कानों कान पूरे बाढ़ग्रस्त एरिया व एनएच-80 किनारे रह रहे बाढ़पीड़ितों के बीच फैल गयी. सबको पहली नजर में यह अफवाह लग रही थी, लेकिन हर एक दूसरे से पूछने पर सूचना सही कहे जाने पर अंदर ही अंदर खुश हो रहे थे. सभी का कहना था कि चलैअ अबै ममलखा शांत हो जैइतैय. दूसरी आेर पुलिस प्रशासन की ओर से ऐसी किसी गिरफ्तारी की कोई पुष्टि नहीं की गयी है.