बाबूपुर मोड़. ह्यूम पाइप लगा कर भागलपुर और कहलगांव के बीच संपर्क स्थापित रखने की होगी कोशिश
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पुलिया धंसने के बाद बढ़ी मुश्किल
बाबूपुर मोड़. ह्यूम पाइप लगा कर भागलपुर और कहलगांव के बीच संपर्क स्थापित रखने की होगी कोशिश एनएच 80 पर बाबूपुर मोड़ के पास पुलिया धंस जाने से कहलगांव-भागलपुर के बीच आवागमन में परेशानी हो गयी है. पुिलया को बचाने के लिए अभियंताओं ने पुलिया का िनरीक्षण िकया और धंसे िहस्से पर बोरा रख कर […]
एनएच 80 पर बाबूपुर मोड़ के पास पुलिया धंस जाने से कहलगांव-भागलपुर के बीच आवागमन में परेशानी हो गयी है. पुिलया को बचाने के लिए अभियंताओं ने पुलिया का िनरीक्षण िकया और धंसे िहस्से पर बोरा रख कर उस होकर आवागमन बंद कर िदया.
भागलपुर : एनएच 80 पर बाबूपुर मोड़ के पास धंसी पुलिया को बचाने के लिए विभागीय इंजीनियर जुट गये हैं. शनिवार को एनएच विभाग के इंजीनियरों की टीम ने विशेषज्ञ अरविंद टेक्नो के शिव कुमार शिव के साथ पुलिया का निरीक्षण किया. इस दौरान धंसी पुलिया को गिरने से किस तरह से बचाया जाये और आवागमन भी बाधित नहीं हो, इस पर काफी देर तक मंथन चला. अंतत: पुलिया के आधे पार्ट को तोड़ कर ह्यूम पाइप लगाने का फैसला लिया गया है.
इंजीनियरों की टीम में कार्यपालक अभियंता नागेंद्र भगत, सहायक अभियंता अजय कुमार पांडेय, कनीय अभियंता सुधीर कुमार व अन्य शामिल थे. इंजीनियर ने बताया कि जल्द ही ह्यूम पाइप की व्यवस्था की जायेगी. वर्तमान में धंस चुकी पुलिया के स्थान को बालू भरे बाेरे से घेर दिया गया है, ताकि उस होकर वाहन नहीं गुजर सके.
धंसे स्थान पर लाल झंडी लगा दी गयी है, ताकि दूर से ही वाहन चालक समझ जायें कि आगे पुलिया क्षतिग्रस्त है. इसके अलावा चालकों को सतर्कता के लिए पुलिया क्षतिग्रस्त होने की सूचना का बोर्ड लगाया जायेगा. उन्होंने बताया कि धंस चुकी पुलिया के आधे हिस्से को तोड़ कर ह्यूम पाइप लगाने से भागलपुर और कहलगांव के बीच संपर्क बना रहेगा. मालूम हो कि पुलिया का ऊपरी हिस्सा लगभग नौ इंच तक धंस गया है.
नये सिरे से निर्माण ही विकल्प
भागलपुर और कहलगांव के बीच बेहतर आवागमन का एक मात्र विकल्प ध्वस्त पुलिया को तोड़ कर नये सिरे से इसका निर्माण कराना है. हालांकि राष्ट्रीय उच्च पथ प्रमंडल, भागलपुर के कार्यपालक अभियंता ने इस बात की पुष्टि की है कि ध्वस्त पुलिया के स्थान पर नये सिरे से पुलिया का निर्माण कराया जायेगा. फिलहाल, आवागमन बाधित न हो वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है.
निर्माण पर खर्च होंगे 60 लाख तक
अगर यहां नयी पुलिया का निर्माण कराया गया, तो इस पर लगभग 60 लाख रुपये तक खर्च होंगे. इसके अलावा डायवर्सन का निर्माण कराना होगा. इस पर पर लगभग 40 लाख रुपये तक खर्च आयेगा. दरअसल, लगभग दो साल पहले भागलपुर-हंसडीहा मार्ग पर बैजानी के पास पुलिया धंसी थी और इसके स्थान पर नये सिरे से पुलिया बनाने पर लगभग 50 लाख रुपये तक खर्च आया था. इसके अलावा डायवर्सन निर्माण पर लगभग 40 लाख रुपये तक खर्च आयी थी.
इंजीनियरों ने किया निरीक्षण
अाधी पुलिया होकर गुजरते हैं वाहन
धंसी पुलिया के स्थान को घेर देने से आवागमन शेष आधे हिस्से की पुलिया होकर हो रहा है. इस वजह से यहां जाम लग रहा है. पुलिया के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग जा रही है. अगर पुलिया पर दोनों ओर से आने वाली वाहनों आमने-सामने होती है, तो मुश्किलें और बढ़ जा रही है. इसके बावजूद मौके पर पुलिस की व्यवस्था नहीं की जा सकी है, ताकि आवागमन सुचारू रहे.
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