पीरपैंती : शराबबंदी सरकार द्वारा उठाया गया एक ऐतिहासिक कदम है. पहले यह सामाजिक बुराई थी, लेकिन अब यह कानूनन अपराध है. नयी उत्पाद नीति के तहत अब बिहार में न कोई शराब रख सकता है, न पी सकता है, न ले जा सकते है और न पीने का आयोजन कर सकता है. ये बातें मंगलवार को पीरपैंती बाजार स्थित काली मंदिर परिसर में जनप्रतिनिधियों व नवयुवकों को संबोधित करते हुए कहलगांव के एसडीपीओ रामानंद कौशल ने कहीं.
वह स्थानीय समाजसेवी व पूर्व मुखिया अरविंद साह व ईस्टर्न रेलवे रेल यात्री संघ के अध्यक्ष विष्णु खेतान द्वारा आयोजित शराबबंदी पर जागरूकता कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. विष्णु खेतान ने कहा कि शराब के कारण कई परिवार उजड़ गये हैं. मुखिया उषा देवी ने कहा कि शराबियों के कारण महिलाओं को काफी परेशानी उठानी पड़ती थी. संत जटाशंकर मिश्र ने लोगों को इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिये प्रशासन का सहयोग करना होगा.
विष्णु खेतान ने कहा कि रेल यात्री संघ इस जागरूकता कार्यक्रम को पूरे बिहार में चलायेगा जिसकी शुरुआत झारखंड से सटे पीरपैंती से की गयी है. कार्यक्रम का संचालन करते हुए अरविंद साह ने कहा शराब जीवन को बरबाद कर देती है. अन्य वक्ताओं में युगल किशोर राय, नरेश मंडल, सुचित कुमार मंडल, ई अमरेंद्र, मो कलाम, मो शहबान, गुंजन कुमार आदि प्रमुख थे.