महिलाओं को किया आगे, रोड़ेबाजी
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अड़ंगेबाजी. ग्रामीणों ने ऐश डाइक का काम रोकने का फिर किया प्रयास
महिलाओं को किया आगे, रोड़ेबाजी मजदाहा में एनटीपीसी के थ्री डी ऐश डाइक के निर्माण का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने मंगलवार को भी काम रोकने का प्रयास किया. इस बार काम बंद कराने के लिए महिलाओं को आगे कर दिया. कहलगांव : काम रुकवने के लिए महिलाओं ने रोड़ेबाजी शुरू कर दी. पुरुष दूर […]
मजदाहा में एनटीपीसी के थ्री डी ऐश डाइक के निर्माण का विरोध कर रहे ग्रामीणों ने मंगलवार को भी काम रोकने का प्रयास किया. इस बार काम बंद कराने के लिए महिलाओं को आगे कर दिया.
कहलगांव : काम रुकवने के लिए महिलाओं ने रोड़ेबाजी शुरू कर दी. पुरुष दूर से देख रहे थे. दूसरी तरफ प्रशासन भी पूरी तैयारी के साथ पहुंचा था और बाधा डालने वालों को कोई भी रियायत देने के मूड में नहीं था. पुलिस ने काम में बाधा डालने के आरोप में दो महिला सहित तीन लोगों को मौके से गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद आंदोलनकारी वहां से भाग निकले. लगभग एक घंटा बाद काम शुरू हो गया.
सोमवार को पुलिस प्रशासन की बैठक में लिये गये फैसले के अनुसार निर्माण स्थल पर कहलगांव के विधायक सदानंद सिंह, पीरपैंती के विधायक रामविलास पासवान, एसडीओ अरुणाभ चंद्र वर्मा, एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल, बीडीओ रज्जन लाल निगम, सीओ राधा मोहन सिंह सहित कहलगांव, रसलपुर, सनोखर, एनटीपीसी के थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ मौजूद थे. साथ में दर्जन भर महिला पुलिस भी थीं.
एनटीपीसी के पदाधिकारी प्रभात राम ने भी निर्माण स्थल पहुंच कर जानकारी ली. संवेदक से जीजीएम एनएन मिश्रा पल-पल की जानकारी ले रहे थे.
प्रशासनिक पदाधिकारी के साथ दोनों विधायक ग्रामीणों से ऐश डाइक के निर्माण कार्य में बाधा नहीं डालने का आग्रह कर रहे थे. लेकिन महिलाएं मानने को तैयार नहीं थीं. अंतत: पुलिस ने आंदोलन की अगुआई कर रही सारा देवी, सावित्री देवी व सनातन मंडल को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद भीड़ तितर-बितर हो गयी. निर्माण स्थल से धीरे – धीरे सभी सरकने लगे. करीब एक घंटे बाद काम फिर से शुरू हो गया.
विरोध करने वाले भूविस्थापित नहीं
पदाधिकारियों व संवेदक ने बताया कि आंदोलन करने वाले लोग भूविस्थापित हैं ही नहीं. जमीन के जो मालिक हैं उन्हें मुआवजा मिल चुका है और वे लोग एनटीपीसी में अस्थायी नौकरी भी कर रहे हैं. विरोध कर रहे ग्रामीण जबरन अधिग्रहित जमीन को अरसे से जोत रहे हैं.
कहते हैं ग्रामीण : आंदोलनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने बर्बरतापूर्वक महिलाओं पर लाठी बरसायी. मजदाहा गांव में पुलिस ने घुस कर एक घर में आग भी लगा दी.
कहते हैं एसडीपीओ : एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल ने बताया कि पुलिस ने महिलाओं पर लाठी चार्ज नहीं किया. पुलिस को बदनाम करने के लिए ग्रामीणों ने खुद ही एक घर में आग लगा दी.
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