भागलपुर: जमुई के जदयू सांसद भूदेव चौधरी भूमि प्रकरण की जांच के लिए भाकपा माले की चार सदस्यीय टीम शनिवार को मौके पर पहुंची. जांच टीम ने पीड़ित परिवार के साथ-साथ स्थानीय निवासियों से भी पूरे मामले की जानकारी ली. जांच टीम स्पष्ट तौर पर मानती है कि जदयू सांसद ने सत्ता का नाजायज इस्तेमाल कर एक कमजोर आदमी के साथ अन्याय किया है. नियम-कानून को धता बता कर संपूर्ण प्रशासनिक मशीनरी जदयू सांसद के साथ खड़ी रही है.
जांच टीम स्पष्ट तौर पर मानती है कि कानून के राज का दावा करनेवाली सरकार की संपूर्ण प्रशासनिक मशीनरी ने सांसद पत्नी के नाम जमीन रजिस्ट्री के मामले से लेकर अब तक के घटना क्रम में कानून की धज्जियां उड़ायी है. जांच टीम ने जारी बयान में कहा है कि तारा देवी की मौत हुई है या हत्या, यह भी जांच का विषय है. जांच टीम ने सवाल उठाया है कि डीएम द्वारा गठित टीम द्वारा जांच की जा रही है तो फिर विवादित स्थल पर निर्माण कार्य कैसे चल रहा है? वहां सांसद के गुर्गे कैसे मौजूद हैं, जांच टीम ने कहा है कि मामले में डीएम व एसएसपी का रवैया सांसद के पक्ष में प्रतीत होता है.
जांच टीम मांग करती है कि पूरे मामले एवं तारा देवी की मौत की उच्चस्तरीय जांच हो, पीड़ित परिवार को सुरक्षा की गारंटी दी जाये एवं विवादित स्थल पर निर्माण कार्य पर रोक लगे. जांच टीम में भाकपा माले के जिला कमेटी सदस्य गौरीशंकर, पुरुषोत्तम दास, सुधीर यादव एवं नगर कमेटी सदस्य सुरेश साह शामिल थे. गौरी शंकर ने बताया छह जनवरी को इस अन्याय के खिलाफ प्रतिवाद मार्च होगा.