भागलपुर: भागलपुर की बिजली फ्रेंचाइजी एसपीएमएल इंफ्रा लिमिटेड के हाथों में दे दी गयी. मंगलवार रात 12 बजे से भागलपुर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाइ एरिया (बेसा)से जिम्मेवारी भी संभाल लिया गया है. यह कंपनी बिजली आपूर्ति के साथ-साथ रेवन्यू कलेक्शन भी करेगी. एसपीएमएल इंफ्रा लिमिटेड ने बिजली संरचना व आपूर्ति के सही प्रबंधन के लिए पहले ही भागलपुर इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड (बीइडीसीपीएल)की स्थापना की है. इधर, भागलपुर की बिजली को फ्रेंचाइजी पर लेने के बाद बीइडीसीपीएल व बेसा दोनों कंपनी अगले तीन माह तक साथ में काम करेगी. इसके बाद दोनों एक-दूसरे से अलग हो जायेगी.
फ्रेंचाइजी पर निगरानी को लेकर डीजीएम को बनाया इंजीनियर इंचार्ज फ्रेंचाइजी कंपनी बीइडीसीपीएल पर निगरानी रखने को लेकर बेसा के डीजीएम को इंजीनियर इंचार्ज बनाया गया है. हालांकि वर्तमान में बेसा में डीजीएम का पद रिक्त है और सुपरिटेंडेंट इंजीनियर नरेंद्र कुमार सिंह के पास प्रभार है. यानी, श्री सिंह ही बीइडीसीपीएल पर निगरानी रखने का काम करेगा.
सबौर ग्रिड में जुटे कंपनियों के अधिकारी, दर्ज किया रीडिंग
मंगलवार रात 12 बजे बीइडीसीपीएल व बेसा के अधिकारी सबौर ग्रिड पहुंचे और फ्रेंचाइजी क्षेत्र में आपूर्ति के लिए 33 केवीए लाइन में लगा इनर्जी मीटर का रीडिंग अपने-अपने खाते में दर्ज किया गया. यह बिजली आपूर्ति पर रेवन्यू के लेखा-जोखा के लिए किया गया. दोनों अधिकारियों ने नये साल से साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के हित में काम करने का संकल्प लिया और एक-दूसरे को बधाई दी. मौके पर ट्रांसमिशन के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर बीके श्रीवास्तव, डिस्ट्रीब्यूशन के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर नरेंद्र कुमार सिंह समेत बीइडीसीपीएल के अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित थे.
बकाया वसूली करेगी फ्रेंचाइजी कंपनी
बीइडीसीपीएल कंपनी बकाया वसूली भी करेगी. अधिकारियों के मुताबिक बकाया वसूली पर उन्हें कमीशन मिलेगा. जानकारी के अनुसार निजी हाथों में जाने वाली आपूर्ति क्षेत्र के उपभोक्ताओं पर करीब साढ़े चार सौ करोड़ रुपये का बकाया है. इसमें से केवल भागलपुर (शहरी क्षेत्र) पर करीब चार सौ करोड़ रुपये का बकाया है.
तीन माह बाद वापस हो जायेंगे बेसा के स्टाफ
बीइडीसीपीएल व बेसा दोनों कंपनी अगले तीन माह साथ में काम करने के बाद जब अलग होंगे, तो बेसा के इंजीनियर व स्टाफ वापस हो जायेंगे. अधिकारियों के मुताबिक सूबे में जिस क्षेत्र को फ्रेंचाइजी पर नहीं दिया गया है, वहां उनका स्थानांतरण हो जायेगा. इसके बाद कार्यालय में पूरी तरह से बीइडीसीपीएल के अधिकारी व कर्मचारी ही दिखा करेंगे. केवल बीइडीसीपीएल पर निगरानी रखने के लिए बेसा काम करेगी. निगरानी के लिए डीजीएम को इंजीनियर इंचार्ज बनाया गया है.