भागलपुर : मटन, चिकेन, पनीर, पुआ, पुरी और चावल के साथ दाल फ्राइ. यह शहर के किसी रेस्टोरेंट या होटल का मेनू नहीं है. यह तो कैंप और सेंट्रल जेल का मेनू है जो होली के मौके पर कैदियों के लिए तैयार किया गया है. होली में कैदियों को उनका मन पसंद खाना मिलेगा. आम दिनों से अलग और विशेष ताकि कैदी भी इस खास दिन पर आम लोगों की तरह ही फील करे. सभी कैदियों के बीच रंग और गुलाल भी वितरित किया गया है. यानी होली को लेकर जेल में पूरी तैयारी कर ली गयी है.
जेल अधीक्षक नीरज कुमार झा ने बताया कि जेल में शांति और साैहार्दपूर्ण वातावरण में होली मनाने की तैयारी कर ली गयी है.
भाईचारे और सद्भाव का मिसाल. जेल में होली के दिन कैदियों के बीच न तो कोई धर्म रहेगा और न ही जाति-पाति. सभी एक रंग में होंगे, जो होगा सद्भाव का रंग. सभी कैदी मिलकर एक उदाहरण पेश करेंगे जो होगा भाईचारे का. गाने बजाने की भी पूरी व्यवस्था की गयी है. हारमोनियम और ढोल सज चुके हैं. कैदियों में से ही कोई गायेगा और कोई बजायेगा. जेल की चहारदीवारी में ही सही रंगों से खेलने का हक तो उन्हें भी है.
परिजनों से भी मिल सकेंगे. जेल में बंद कैदियों के परिजन अगर इस खास दिन पर उनसे मिलने आयें तो उन्हें निराश नहीं होना पड़ेगा. जेल प्रशासन होली के दिन मुलाकातियों को कैदी से मिलने की अनुमति देगा. वैसे तो सिर्फ सोमवार को ही मुलाकातियों का दिन होता है पर इस खास त्योहार पर जेल में बंद कैदियों से उनके परिजनों को मिलने दिया जायेगा.