भागलपुर: शुक्रवार देर रात विक्रमशिला पर लगा जाम शनिवार दोपहर तक जारी रहा. इस कारण विक्रमशिला पुल की दूसरी (नवगछिया की ओर) तरफ कई किलोमीटर तक वाहनों की कतार लगी रही, तो घोघा, सबौर के लोग भागलपुर नहीं आ सके. स्कूल जानेवालों बच्चों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा. स्कूल बसों में बच्चे फंसे रहे. किसी तरह अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल पहुंचाया. जाम के कारण नवगछिया से सैकड़ों की संख्या में रोज भागलपुर आनेवाले लोगों को दिक्कत हुई.
अधिकतर लोग नहीं आ पाये. लोगों को पैदल आते-जाते देखा गया. पुल के इस तरफ जीरो माइल से लेकर रानी तालाब तक जाम था. इस कारण सबौर की ओर से आनेवाले लोगों को दिक्कत हुई. सबौर से भी प्रतिदिन सैकड़ों लोग भागलपुर रोज आना-जाना करते हैं. वहां से ऑटो के नहीं चलने से रोज आने-जानेवालों को दिक्कत हुई. पुल के जाम होने के कारण गाड़ियों की कतार तिलकामांझी तक लग गयी थी. एक तरह सड़क बनने और दूसरी ओर जाम होने के कारण पूरा जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था. कई लोग कार्यालय नहीं जा पाये, तो कई की गाड़ी छूट गयी. सड़क निर्माण कार्य भी प्रभावित हुआ. सड़क निर्माण में लगी कंपनी के प्लांट के बाबूपुर मोड़ पर होने के कारण वहां से मीलर मशीन जाम तक नहीं आ रहा था. इस कारण सड़क का निर्माण कार्य भी प्रभावित हुआ. दोपहर बाद जाम में कुछ राहत मिली. वाहन रेंगते हुए पार करते नजर आये. दूसरी ओर सड़क की खराब स्थिति को लेकर राजनीतिक गतिविधियां जारी रही. लोक जनशक्ति पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला और डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया. दूसरी ओर भाजपा खेमे में आपसी गुटबाजी भी चरम पर रही. शनिवार को सांसद समर्थकों ने संवाददाता सम्मेलन कर भाजपा जिला संगठन पर सवाल खड़ा किया और जिलाध्यक्ष नभय चौधरी को ही नकार दिया. सड़क निर्माण कार्य का निरीक्षण शनिवार को भी किसी वरीय पदाधिकारी ने नहीं किया.
परिचालन रोंके, निर्माण कार्य तेज होगा
सड़क निर्माण में सबसे बड़ी बाधा जाम बना रहा. जाम में मिक्सिंग मेटेरियल लेकर प्लांट से कार्य स्थल पर आने वाली मीलर मशीन फंसी रही. मजदूरों को समय से मेटेरियल नहीं मिला. रुकावट की वजह से शाम तक 45 मीटर से ज्यादा सड़क नहीं बन सकी थी. इंजीनियरों ने बताया कि बड़े वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी जाये, तो पहले पार्ट में चल रहे निर्माण कार्य को तिलकामांझी चौक तक पहुंचने में छह दिन से ज्यादा नहीं लगेगा.
यह कहां आ गये हम
शनिवार को भी जाम और खराब सड़क के कारण लोगों की परेशानी कायम रही. इस राह गुजरनेवाले ट्रक चालकों की परेशानी सबसे ज्यादा है. बंगाल के मुमताज का कहना था कि पहली बार वह आया है और ऐसी सड़क उसने कहीं नहीं देखी. उसका कहना था कि अब वह कभी इस इलाके से गुजरना नहीं चाहेगा.