भागलपुर: जिले के बीपीएल परिवारों के लिए इस बार का दशहरा, दीवाली के बाद छठ भी फीका ही रहा. सरकार की ओर से सस्ते दर पर खाद्यान्न उपलब्ध नहीं हो पाने के कारण बीपीएल परिवारों ने फाकाकशी में ही अपना त्योहार मनाया. कमरतोड़ महंगाई व सरकारी मदद नहीं मिलने के कारण बीपीएल परिवारों ने जैसे-तैसे अपना त्योहार तो मना लिया, लेकिन अब उन्हें सरकारी खाद्यान्न का इंतजार है.
जिले में पीडीएस डीलरों ने जून माह तक के खाद्यान्न का उठाव किया था. कुछ प्रखंडों में जुलाई माह के लिए खाद्यान्न का उठाव ही शुरू हुआ था कि जिले में भयंकर बाढ़ आ गयी. बाढ़ प्रभावितों को तत्काल राहत देने के लिए राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) के गोदाम में पड़ा बीपीएल परिवार के अनाज का उनके बीच वितरण कर दिया गया. इससे बीपीएल परिवारों के लिए पीडीएस डीलरों द्वारा उठाव अवरुद्ध हो गया.
तात्कालिक तौर पर यही एक विकल्प भी था, लेकिन बाढ़ राहत के लिए सरकार से खाद्यान्न वितरण के लिए विशेष राशि आवंटित होने के बाद भी अब तक बीपीएल परिवारों के लिए समुचित मात्र में खाद्यान्न का आवंटन नहीं हो पाया है. दशहरा के बाद प्रशासन की सख्ती के बाद जनवितरण प्रणाली (पीडीएस) के दुकानदारों के लिए उठाव तो शुरू किया गया, लेकिन संसाधन की कमी के कारण अब तक समुचित उठाव नहीं हो पाया.