भागलपुर: तहरीक तहफूज औकाफ कमेटी की ओर से गुरुवार को स्थानीय एक होटल में बैठक हुई. इसमें कमेटी के अध्यक्ष गौलाना गुलाम सिमनानी अशरफी ने कहा कि तहरीक तहफूज औकाफ कमेटी का गठन 53 मसजिदों के इमाम के सहयोग से किया गया है.
यह कमेटी वक्फ की जायदाद बचाने के लिए काम कर रही है. कुछ लोग कमेटी को माफिया की कमेटी बता रहे हैं, जो सरासर गलत व बेबुनियाद है. कोषाध्यक्ष अमन खान ने कहा कि कमेटी का एक ही उद्देश्य है वक्फ की जायदाद को हर हाल में अतिक्रमणकारियों से बचाना.
लेकिन जिला सुन्नी वक्फ बोर्ड कमेटी के कुछ लोग औकाफ कमेटी को माफिया की कमेटी बता रहे हैं. वे लोग औकाफ कमेटी से लिखित में माफी मांगे, नहीं तो कमेटी के लोग शहर में आंदोलन करेंगे. उपसचिव खालिद हुसैन ने कहा कि जिला में वक्फ की अरबों की जायदाद है, लेकिन इससे गरीब व असहाय लोगों को कोई मदद नहीं मिल रही है.
वक्फ के अंतर्गत जिले में दर्जनों जगहों पर आम का बगीचा, दुकान आदि भरा पड़ा है. इससे लाखों का किराया आता है, लेकिन इस पैसे का हिसाब कहां और किसके पास है, यह बतानेवाला कोई नहीं है. उन्होंने बताया कि बैठक के दौरान कागजात दिखाने को लेकर बोर्ड के वर्तमान अध्यक्ष और सचिव के बीच बहस हो गयी थी, लेकिन उपस्थित लोगों ने मामला शांत करा दिया. बैठक में परवेज आलम, मंजर आलम, मो हसनैन, नसीम अख्तर, मंजूर मुखिया, मो शाहिद, फूरखान खान, इबरार अंसारी, मो फिरोज, मो सलाहउद्दीन आदि उपस्थित थे.