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फर्जी सार्टिफिकेट देने वाले स्कूल पर सीबीएसइ बोर्ड कसेगा शिकंजा

भागलपुर: सीबीएसइ बोर्ड में फर्जी सर्टिफिकेट देने वाले स्कूलों पर बोर्ड शिकंजा कसेगा. बोर्ड ने इसके लिए स्पेशल टीम बनायी है, जो किसी भी समय स्कूल में औचक निरीक्षण कर सकती है. बोर्ड की टीम सक्रिय हो चुकी है. बोर्ड ने स्पेशल टीम के सदस्यों को गुप्त रखा है. रीजनल ऑफिस से कोई अधिकारी टीम […]

भागलपुर: सीबीएसइ बोर्ड में फर्जी सर्टिफिकेट देने वाले स्कूलों पर बोर्ड शिकंजा कसेगा. बोर्ड ने इसके लिए स्पेशल टीम बनायी है, जो किसी भी समय स्कूल में औचक निरीक्षण कर सकती है. बोर्ड की टीम सक्रिय हो चुकी है. बोर्ड ने स्पेशल टीम के सदस्यों को गुप्त रखा है. रीजनल ऑफिस से कोई अधिकारी टीम में शामिल नहीं किये गये हैं. किस तरह से होगी जांच जांच टीम सीबीएसइ स्कूल में पढ़ाई कर रहे छात्रों की संख्या कितनी है.

छात्रों के अनुरूप क्लास रूम है, या नहीं. परीक्षा फॉर्म भरने वाले छात्रों की संख्या पूर्व में कराये गये रजिस्ट्रेशन के अनुसार है, या नहीं. नौवीं व दसवीं कक्षा में छात्रों की संख्या कितनी है. 11वीं और 12वीं कक्षा में छात्रों की संख्या बढ़ी है, या घटी है. बोर्ड के अनुसार पिछले कुछ दिनों से शिकायत मिल रही थी कि सीबीएसइ स्कूल गैर कानूनी तरीके से संचालित हो रहे हैं. इस संबंध में बोर्ड को कुछ स्कूलों के नाम भी मिले है. फिलहाल उन स्कूलों का नाम गुप्त रखा गया है.

सीबीएसइ बोर्ड के मुताबिक जांच टीम की नजर उन स्कूलों पर है, जहां से शिक्षक फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र लेकर दूसरे स्कूलों में पढ़ाते हैं. जांच में स्पेशल टीम ऐसे शिक्षकों की कुंडली खंगालेगी और उन स्कूलों के प्राचार्य को भी जांच के दायरे में लायेगी, जिन्होंने बोर्ड को गलत सूचना दी है. इन बिंदुओं पर बोर्ड का खास ध्यान सेक्शन में 40 से अधिक छात्र तो नहींबोर्ड के नियमानुसार कक्षा चल रही है, या नहींस्कूल के कैंपस में दूसरे ब्रांच भी चल रहे हैं.

स्कूल के प्राचार्य पर कोई आरोप तो नहीं हैस्कूल की आधारभूत संरचना कैसा है खेल ग्राउंड है, या नहींपेयजल व शौचालय की व्यवस्था है, या नहीं. स्कूल में कैटीन है, तो साफ-सफाई पर खास ध्यान है, या नहींनौवीं व दसवीं कक्षा में छात्रों की कितनी बढ़ी है संख्या सीबीएसइ बोर्ड से मान्यता के अनुसार नौवीं से 12वीं कक्षा तक के छात्रों की संख्या है, या नहींबोर्ड का सराहनीय कदम है. इससे शिक्षा में पारदर्शिता आयेगी. पूर्व में फर्जी सर्टिफिकेट देकर स्कूल संचालन करने का मामला प्रकाश में आ चुका है. दोबारा इस तरह की घटना नहीं हो, बोर्ड की टीम जांच करेगी. सीबीएसइ स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक को ट्रेंड व अनुभव का होना अनिवार्य है. चंद्रचूड़ झा, जिला समन्वयक सीबीएसइ बोर्ड

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