भागलपुर: दमा के मरीजों के इलाज के लिए शरद पूर्णिमा के दिन शुक्रवार को स्थानीय अग्रसेन भवन व भजनाश्रम विद्यालय में मरीजों को दवा दी गयी. अग्रसेन भवन में 800 मरीजों को दवा का वितरण किया गया. चित्रकूट पर्वत के कामतागिरी के वनों से प्राप्त जड़ी-बूटियों से तैयार औषधि को खीर के साथ बांटा गया. दवा बांट रहे नंद किशोर पोद्दार व अरविंद मिश्र ने बताया कि 1960 से ही इस दवा का वितरण किया जा रहा है. इस औषधि को रात भर चंद्रमा की रोशनी में रखने के बाद सेवन किया जाता है.
दवा लेने के लिए भागलपुर व आसपास के जिलों से भी मरीज व परिजन आये थे. चंपानगर से आये मोहम्मद जमशेद ने बताया कि उसकी मां व उसे दमा की बीमारी है. लोगों ने बताया था कि इस औषधि से बीमारी का निदान हो जाता है इसलिए दवा ले ली है. मोहम्मद हासिम ने बताया कि मैंने पहले भी दवा ली है इससे लाभ होता है.
बांका जिले की चंदा देवी ने बताया कि इस औषधि पर पूरा भरोसा है. मेरे गांव में कई लोगों ने इसका उपयोग किया और उनकी बीमारी में सुधार हुआ है. आरोग्य भारती के सहयोग से भजनाश्रम विद्यालय में आयुर्वेद विभूति स्वर्गीय कविराज राधेश्याम मिश्र के पुत्र डॉ गोपाल कृष्ण मिश्र के संरक्षण में औषधि का वितरण किया. यहां भी काफी संख्या में मरीजों की भीड़ थी. मौके पर रघुनंदन भिवानीवाला, जयनंदन मंडल सहित अन्य मौजूद थे.