केएमडी कॉलेज परबत्ता में साइंस विषय के तहत गणित, भौतिकी, रसायन, वनस्पति विज्ञान, प्राणी विज्ञान और आर्टस में इतिहास ऑनस की पढ़ाई शुरू होगी. ये निर्णय तिलकामांझी विश्वविद्यालय सभागार में बुधवार को कुलपति प्रो रमा शंकर दुबे की अध्यक्षता में एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिये गये. बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा हुई और कई मामलों में निर्णय लिये गये. वर्ष 2014 में लिये गये निर्णयों की पुष्टि की गयी. शिक्षकों के पदोन्नति हेतु विभागाध्यक्षों से प्राप्त विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों की सूची का अनुमोदन किया गया.
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जेएमएस कॉलेज मुंगेर: उर्दू ऑनर्स की पढ़ाई के लिए स्वीकृति मिली बायोफॉरमेटिक सेंटर में बीसीए पढ़ाई इसी सत्र से
भागलपुर: आरएस कॉलेज तारापुर में इगAु का अध्ययन केंद्र खोला जायेगा. मैथिली व अंगिका सहित अन्य विषयों में बीए (ऑनस) स्तर पर आइए पास छात्रों को नामांकन के लिये ट्रांजेटरी रेगुलेशन बनाने का निर्णय लिया गया. विश्वविद्यालय बायोफॉरमेटिक सेंटर में सत्र 2015-18 से बीसीए की पढ़ाई शुरू होगी. केएमडी कॉलेज परबत्ता में साइंस विषय के […]
भागलपुर: आरएस कॉलेज तारापुर में इगAु का अध्ययन केंद्र खोला जायेगा. मैथिली व अंगिका सहित अन्य विषयों में बीए (ऑनस) स्तर पर आइए पास छात्रों को नामांकन के लिये ट्रांजेटरी रेगुलेशन बनाने का निर्णय लिया गया. विश्वविद्यालय बायोफॉरमेटिक सेंटर में सत्र 2015-18 से बीसीए की पढ़ाई शुरू होगी.
तीन व पांच वर्षीय लॉ डिग्री कोर्स के लिए बने ऑर्डिनेंस रेगुलेशन को भी स्वीकृति दी गयी. टीएनबी कॉलेज में व्यक्तित्व विकास ट्रेनिंग के तहत कई प्रोग्राम जैसे कम्युनिकेटिव इन इंगलिश, पर्सनालिटी डवलपमेंट, राइटिंग स्किल, बिजनेस कम्युनिकेशन आदि प्रोग्राम शुरू करने पर विचार किया गया. जेएमएस कॉलेज मुंगेर में उर्दू ऑनर्स की पढ़ाई शुरू करने की अनुमति मिली. एसएम कॉलेज में सीट वृद्धि पर चर्चा की गयी. कुलपति ने अंगरेजी पीजी विभागाध्यक्ष से भाषा लैब पर आधारित कुछ प्रोग्राम चलाने के लिए प्रस्ताव तैयार कर मांगा है. बैठक में उपस्थित सदस्यों ने एसएम कॉलेज कॉमर्स में सीट वृद्धि के लिए पुन: सरकार
को पत्र भेजने के लिये विवि प्रशासन से अनुरोध किया.
कुलपति श्री दुबे ने बैठक में उपस्थित सदस्यों को बताया कि नैक से मूल्यांकन कराने के लिए एलओआइ जमा कर दिया गया है, जिसकी स्वीकृति हो चुकी है. इसे लेकर सभी विषयों के पीजी विभागाध्यक्ष भी अपनी -अपनी तैयारी आरंभ कर दें. विभाग के शिक्षकों की उपलब्धियों के रिपोर्ट तैयार करें. एसएसआर अच्छे ढंग से तैयार कर नैक को भेजें. हर विभाग अपना प्रस्तुतीकरण पावर प्वाइंट पर बनायें. तीन से चार माह के अंदर नैक टीम विवि के मूल्यांकन के लिए आ सकती हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि जिन विभागों में अबतक सेमिनार किसी कारण नहीं हो पाया है, वहां एक से दो माह के अंदर सेमिनार करायें. बैठक में प्रतिकुलपति प्रो एके राय, कुलसचिव डॉ गुलाम मुस्तफा, प्रोक्टर डॉ विलक्षण रविदास, सीसीडीसी प्रो अरुण कुमार, पीआरओ डॉ इकबाल अहमद, कॉलेज निरीक्षक डॉ आशुतोष प्रसाद , डॉ मनिंदर सिंह, सभी सदस्य व पीजी विभाग के सभी विभागाध्यक्ष व कॉलेजों के प्राचार्य उपस्थित थे.
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