भागलपुर: हज यात्रा मुसलिम भाइयों के लिए सर्वोच्च इबादत है. सबकी ख्वाहिश होती है कि वह अपने जीवन में एक बार हज की यात्र पर जाये, ताकि अल्लाह के घर काबा शरीफ को नजदीक से देख सके. दरअसल गुरुवार को हज के लिए भागलपुर से आठ-दस यात्री दानापुर इंटर सिटी, बांका इंटर सिटी, सूरत एक्सप्रेस व विक्रमशिला ट्रेन से पटना के लिए रवाना हुए. पटना में जांच के बाद वे लोग गया जायेंगे. आजमीन हज के लिए गया एयरपोर्ट से उन लोगों की पहली फ्लाइट 15 सितंबर को जद्दा के लिए परवाज भरेगी.
हज करने के लिए पहली बार जा रहे चमेलीचक निवासी मो अनवार खान और उनकी पत्नी मोहम्मदी बेगम ने बताया कि अल्लाह का निगाहे करम जिन बंदों पर होता है, वे लोग ही हज पर जाते हैं. अल्लाह का घर काबा शरीफ को नजदीक से दिखने का सपना पूरा होने जा रहा है. हज पर जाने की खुशी को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता. सदरूउद्दीनचक के कैसर अली व शबनम आरा ने बताया कि हज पर जाने के लिए अल्लाह से रोजाना दुआ मांगते थे. अल्लाह ने दुआ कबूल फरमाया. हर किसी को अपने घर नहीं बुलाते है. किस्मत वालों को यह मौका नसीब होता है.
हज पर जा रहे लोगों को पहुंचाने के लिए उनके रिश्तेदारों की भीड़ स्टेशन परिसर में उमड़ पड़ी थी. हाजियों से हाथ मिलाते और दुआ करने के लिए कहते. ट्रेन खुलने तक यह सिलसिला जारी रहा. बिहार हज कमेटी के ट्रेनर हाजी मो कासीम व हाजी मो मुश्तकीम ने बताया कि 24 से लेकर 29 सितंबर तक हाजियों का जत्था बड़ी संख्या में हज की यात्र पर भागलपुर से रवाना होगा.