कार्ड बनाने का काम बंद, जिला प्रशासन के पास भी नहीं है इस संबंध में कोई सूचना
भागलपुर. सरकार की ओर से हर व्यक्ति के लिए आधार कार्ड को आवश्यक किया जा रहा है. इसके लिए सभी जगह इसे बनाने में तेजी भी लायी गयी और लगभग सभी जिलों में कार्ड बनाने का कार्य जारी है, लेकिन भागलपुर जिला में यह काम बंद है. लोग कार्ड बनवाने के लिए भटक रहे हैं. बैंक से लेकर सरकारी कार्यालयों तक के पदाधिकारी व कर्मचारी से लोग यही सवाल कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कहीं से भी सही जानकारी नहीं मिल पा रही है.
कई तरह की सरकारी योजनाओं के तहत लोगों को नगद राशि का भुगतान किया जाता है. मसलन, विधवा, वृद्ध व विकलांग पेंशन आदि के साथ-साथ इंदिरा आवास व मनरेगा के तहत मिलनेवाली मजदूरी भी अब सीधा बैंक खाते में ही जाती है. यही नहीं अब सरकार की ओर से गैस सहित अन्य मदों में मिलने वाली सब्सिडी के लाभ का भी बैंक के माध्यम से नगद भुगतान शुरू कर दिया गया है. इन सब का लाभ पाने के लिए आधार कार्ड को जरूरी बताया जा रहा है. बैंक की ओर से भी इस तरह की योजनाओं का लाभ लेने के लिए अकाउंट के साथ आधार कार्ड अटैच करने को कहा जा रहा है. यही नहीं पिछले दिनों कई पेंशनधारियों के अकाउंट को अपडेट नहीं होने पर लेन-देन पर रोक लगा दी गयी थी. अकाउंट अपडेटेशन के दौरान बैंक द्वारा उनका आधार कार्ड नंबर मांगा जा रहा था. आधार कार्ड के संबंध में सरकार की ओर से उन लोगों के पास भी कोई जानकारी या सूचना नहीं दी गयी है. जिला प्रशासन के पास इस बात की भी जानकारी नहीं है कि जिले में कौन सी एजेंसी आधार कार्ड बना रही थी. अब कार्ड बन रहा है या नहीं. बनाने वाली एजेंसी आखिर कहां गयी. प्रशासनिक पदाधिकारी एक ही बात कहते हैं, उन्हें विभाग या सरकार की ओर से आधार कार्ड के संबंध में अब तक किसी भी प्रकार का दिशा-निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है.
वर्ष 2011 में शुरू हुआ था बनना
जिला में वर्ष 2011 में आधार कार्ड बनना शुरू हुआ था. एक प्राइवेट एजेंसी को इसका जिम्मा दिया गया था. एजेंसी ने कार्ड बनाने के लिए सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से कांट्रैक्ट किया था और उसके जगह का इस्तेमाल करते हुए कार्ड बनाने का कार्य शुरू किया गया था. यही नहीं एजेंसी ने इस संबंध में सरकारी सहित प्राइवेट संस्थानों में पत्र भेज कर कार्ड बनवाने के लिए अपने कर्मचारियों को भेजने या अपने संस्थान में कैंप लगवाने को कहा था. इसी बीच कार्ड बनने की जानकारी मिलते ही काफी संख्या में लोग सेंट्रल बैंक में जमा होने लगे और वहां काफी हंगामा व तोड़फोड़ भी हुआ था. इसको लेकर बैंक ने इस कार्य से अपना हाथ खींच लिया और फिर वर्ष 2012 के शुरुआत में ही एजेंसी ने भी काम बंद कर दिया. इस तरह से जिला में आधार कार्ड बनाने का कार्य बंद हो गया.
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