राखी और राजा का अंतिम लोकेशन कोलकाता बताया जा रहा है. पुलिस की एक टीम लड़की की बरामदगी के लिए कोलकाता रवाना हो गयी है. राघवेंद्र कोर्ट में कार्यरत हैं और पटना के सिविल कोर्ट जिला अधिवक्ता संघ के परिसर में रहते हैं. राखी पटना के महेंद्रू घाट स्थित सेंट जोसेफ कान्वेंट हाइ स्कूल में 10वीं की छात्र है. उसी स्कूल की टीम का प्रतिनिधित्व करने के लिए वह भागलपुर आयी थी. पुलिस की आरंभिक जांच में मामला प्रेम-प्रसंग से जुड़ा बताया जा रहा है.
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प्रेम-प्रसंग में बास्केटबॉल खिलाड़ी अगवा
भागलपुर: बिहार बास्केटबॉल की राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने पटना टीम से भागलपुर आयी खिलाड़ी राखी कुमारी (16) का प्रेम-प्रसंग में अपहरण हुआ है. सोमवार को राखी के पिता राघवेंद्र कुमार सिंह पटना से भागलपुर पहुंचे और ललमटिया थाने में अपने पड़ोसी मिठाई दुकानदार अवधेश कुमार के पुत्र राजीव उर्फ राजा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज […]
भागलपुर: बिहार बास्केटबॉल की राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने पटना टीम से भागलपुर आयी खिलाड़ी राखी कुमारी (16) का प्रेम-प्रसंग में अपहरण हुआ है. सोमवार को राखी के पिता राघवेंद्र कुमार सिंह पटना से भागलपुर पहुंचे और ललमटिया थाने में अपने पड़ोसी मिठाई दुकानदार अवधेश कुमार के पुत्र राजीव उर्फ राजा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी.
प्रेमी को बताया भाई, मां की तबीयत खराब होने का बनाया बहाना. जिला बास्केटबॉल संघ की ओर से यह प्रतियोगिता ललमटिया के सेंट जोसेफ स्कूल परिसर में आयोजित किया गया था. रविवार को प्रतियोगिता की समाप्ति के बाद पुरस्कार वितरण हो रहा था. इस दौरान राखी गायब हुई. आयोजन समिति से जुड़े लोगों ने बताया कि राखी के साथ तीन दिनों से वह लड़का (राजीव उर्फ राजा) भी था. अभ्यास और मैच के दौरान राखी के आसपास ही वह लड़का घूमता रहता था. पूछने पर राखी कभी उसे अपना भाई, तो कभी गाजिर्यन बताती थी. रविवार को पुरस्कार वितरण समारोह के बाद राखी आयोजन समिति और अपने कोच के पास पहुंची. राखी ने कहा कि उसकी मां की तबीयत खराब है, उसे तुरंत निकलना है. भाई उसके साथ है. यह सुन आयोजन समिति ने फोन पर गाजिर्यन से बात कराने को कहा. राखी ने तुरंत फोन कर लगा कर कोच को बात भी करा दी. लेकिन वह राखी के असली गाजिर्यन नहीं थे. इसके बाद राखी सामान लेकर अपने कथित भाई के साथ चली गयी. लेकिन आयोजन समिति को कुछ शंका हुई. आयोजन समिति ने खिलाड़ियों की सूची में राखी के पिता का नंबर खोज फोन किया, तो पूरे मामले का खुलासा हुआ.
राखी के पास नहीं था मोबाइल. पिता राघवेंद्र कुमार ने बताया कि उन्होंने राखी को मोबाइल नहीं दिया था. राखी की सहेली उजाला के पास मोबाइल था. उसी मोबाइल पर फोन कर परिजन राखी का हालचाल लेते थे. रविवार शाम सात बजे राघवेंद्र ने उजाला के मोबाइल पर फोन कर राखी का हालचाल लिया था. उस समय तक सब कुछ ठीक था.
इयर फोन से हुई लड़के की पहचान
आयोजन के दौरान कुछ खिलाड़ियों ने राखी की मोबाइल से फोटो ली थी. उस फोटो में आरोपी युवक राजीव उर्फ राजा भी था. उसने अपने कान में इयर फोन लगा रखा था. उस फोटो को राखी के पिता को दिखाया गया, तो तुरंत उन्होंने लड़के को पहचान लिया. अन्य खिलाड़ियों ने बताया कि वह लड़का राखी के साथ साये ही तरह रहता था. मामले की जानकारी मिलते ही सिटी एएसपी वीणा कुमारी ललमटिया थाना पहुंची और राखी के पिता का बयान लिया.
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