भागलपुर: सात साल बाद दिवेश सिंह हत्याकांड एक बार फिर चर्चा में आ गया है. मेयर दीपक भुवानिया, वार्ड पार्षद संजय सिन्हा, व्यवसायी दीपक साह, पवन डालकुा का पॉलीग्राफ टेस्ट होगा. पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए पुलिस कोर्ट से आदेश लेगी. इस मामले के पांच अन्य आरोपियों की मौत हो चुकी है. जोनल आइजी जितेंद्र कुमार ने एसएसपी को नये सिरे से इस कांड की जांच का निर्देश दिया है. एसएसपी ने कोतवाली इंस्पेक्टर अमरनाथ तिवारी को इस केस से संबंधित प्रश्नावली तैयार करने का निर्देश दिया है.
वरीय पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने बताया कि दिवेश सिंह हत्याकांड में पुलिस अनुसंधान में आठ लोगों दीपक भूवानियां, संजय कुमार सिन्हा, पप्पू खान, समर सिंह, दिलावर खान, शिशु राय, मो इरफान उर्फ काटरून, कृष्णा सिंह की संलप्तिता सामने आयी थी. इनमें से पप्पू खान, दिलावर खान, शिशु राय, मो इरफान और कृष्णा सिंह की हत्या हो चुकी है. आरक्षी महानिरीक्षक ने बाकी बचे आरोपियों के कांड से संबंधित पारिस्थितिकजन्य साक्ष्य को एकत्रित करने का निर्देश दिया है ताकि उनकी भूमिका संदेह के परे स्थापित किया जा सके. निर्देश में पवन डालुका के सहभागी के रूप में भूमिका की जांच कर साक्ष्य प्रस्तुत करने की आवश्यकता बतायी गयी है.
यह भी निर्देश मिला है कि दिवेश सिंह हत्याकांड में जिस विवादित भूमि की बात आयी है, उसमें दीपक भुवानियां, संजय सिन्हा व पवन डालुका की भूमि अधिग्रहण में क्या भूमिका है. इस भूमि से संबंधित मूल कागजात जब्त करने सहित संबंधित भूमि के बारे में टाइटल सूट 182 व इसके प्रमाणित पत्र प्राप्त कर अनुसंलग्नकरने के निर्देश मिले हैं. यह भी कहा गया है कि दीपक साह का भी दिवेश सिंह से कोई विवाद था. उस विवाद की इस हत्याकांड में भूमिका है या नहीं, इसके बारे में भी जांच का निर्देश मिला है. इसके साथ ही दीपक भुवानियां, संजय सिन्हा, पवन डालुका व दीपक साह का मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के आदेश के उपरांत पॉलिग्राफिक टेस्ट करायी जाये. इसके लिए प्रश्नावली तैयार की जाये. केस के अनुसंधानकर्ता कोतवाली इंसपेक्टर अमर नाथ तिवारी को प्रश्नावली तैयार करने का निर्देश दिया गया है. आरक्षी अधीक्षक ने बताया कि जोनल आई के निर्देश से इस हत्याकांड के अनुसंधान व अनुपालन करने का निर्देश दिया गया है.