भागलपुर: सात समुंदर पार से माटी का प्यार व गांगा की आस्था ने रिचा चौधरी को भागलपुर खींच लाया. अपने भाई के अस्थि कलश को विसजिर्त करने वह भागलपुर पहुंची. भारतीय मूल की अमेरिका के फ्लोरिडा शहर में रहनेवाली रिचा अपने मंझले भाई निशांत चौधरी (32) की मौत की खबर सुनते ही भारत के लिए रवाना हुई व रविवार को देर शाम तक रांची पहुंची. रिचा के रांची पहुंचने से पहले ही उसका निशांत पंचतत्व में विलीन हो गया था. रिचा ने बताया कि सबसे बड़ा भाई नमित कुमार मेरिन में कैप्टन है और वो भी देश से बाहर रहते हैं, मंझले भाई निशांत चौधरी झारखंड के रांची शहर में रह कर टाइल्स व एसवेस्टस लघु उद्योग चलाता था. शिवनारायणपुर थाना क्षेत्र रातू रोड पर अपने आवास से शनिवार की सुबह सात बजे भैया फैक्टरी जाने के क्रम में एक ट्रक के कुचलने से उनकी मौत हो गयी. भैया के मौत की खबर सुनते ही मैं और नमित भैया रविवार को देर शाम रांची पहुंचे, लेकिन जीतू भैया (निशांत) पंच तत्व में विलीन हो चुके थे.
मेरी तमन्ना थी की भाई का दाह संस्कार गंगा घाट पर हो. इसलिए मैं और नमित भैया अस्थि कलश को लेकर रांची से भागलपुर मंगलवार देर शाम पहुंची. बुधवार की सुबह भागलपुर बरारी घाट पर भैया की आत्मा की शांति के लिए अस्थि कलश विसजिर्त किया. मौके पर गोरेंद्र नारायण चौधरी, अशोक चौधरी, रंजन चौधरी, दीपांकर चौधरी, मधुरेंद्र कुमार, रश्मिी आनंद, रिंकी सिंह, सुधांशु सिंह, राजेश सिंह सहित बांका रजाैन क्षेत्र उपरामा के 40 लोग उपस्थित थे.
होली-दीवाली में गांव में आती है रिचा
बांका जिले के उपरामा गांव में पैदा हुई रिचा राजस्थान में पली-बढ़ी और स्कूली शिक्षा राजस्था में ग्रहण की, उच्च शिक्षा के लिए इंगलैंड में चली गयी, वहां से मीडिया मैनेजमेंट की डिग्री हासिल कर स्वदेश लौटने के बाद शादी रचायी. रिचा की शादी भागलपुर के शाहकुं ड के भीखनपुर गांव के डॉ विजय मेहता के पुत्र से हुई. रिचा ने बताया कि उनके ससुर डॉ मेहता अमेरिका के न्यूयॉर्क में हृदय रोग विशेषज्ञ हैं और उनकी सास स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं व खुद फ्लोरिडा के एक न्यूज चैनल में कार्यरत हैं. इतनी जिंदगी व्यस्ततता के बाद भी होली व दीवाली में हर साल दीप जलाने आती है.