सबौर: प्रशासनिक उपेक्षा व राहत नहीं मिलने पर ममलखा के पास शनिवार को सुबह से ही आक्रोशित ग्रामीणों ने एनएच 80 जाम कर दिया. सुबह आठ बजे से दिन के 12 बजे तक चार घंटा जाम लगा रहा. ग्रामीण राहत की मांग कर रहे थे. ग्रामीणों का कहना था कि गांव में बाढ़ से सभी प्रभावित हैं, तो फिर कुछ चयनित लोगों को ही रिलीफ वितरण क्यों, सबों को दिया जाये. मौके पर एसडीओ सुनील कुमार, डीसीएलआर, सीओ अशोक कुमार, बीडीओ सरस्वती कुमारी, सबौर थानाध्यक्ष महेश्वर प्रसाद राय स्थल पर पहुंचे. ग्रामीणों ने सड़क पर घेर कर ही पदाधिकारियों को घेर लिया. पदाधिकारियों के अश्वासन और दो घंटा कड़ी मशक्कत के बाद जाम खुला. ग्रामीणों की नाराजगी सबसे ज्यादा मुखिया और सीओ पर दिखी.
इनके घरों में घुसा पानी
मानिक तांती, शलेंद्र मंडल, कारू शर्मा, परमेश्वर मिस्त्री, कमल मंडल, सुखा मंडल, दिनेश मंडल सहित तकरीबन पंचायत की कुल सभी 10 हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित है. खेतों में लगी फसल बरबाद हो गयी है.
कहते हैं ग्रामीण
20 दिनों से बाढ़ का पानी घुसा है. स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र सहित ग्रामीण पथ और घरों में पानी प्रवेश कर गया है. अब तक राहत के नाम पर प्रशासन की ओर से पहल नहीं किया गया है. कल से कुछ लोगों को राहत दी जा रहा है, जबकि सभी लोग प्रभावित हैं.
यात्रियों को परेशानी
जाम के कारण यात्री सामान के साथ पैदल चलते दिखे. गाड़ियों को छोड़ लोग पैदल सात किलोमीटर चल कर सबौर से ट्रेन व ऑटो से भागलपुर पहुंचे. जाम के दौरान गाड़ियों की लंबी कतार घोघा से सबौर तक खड़ी हो गयी.
एनएच पर पानी का बहना थमा
सबौर ब्लॉक के आगे और फरका के पहले दो जगहों पर एनएच 80 पर बाढ़ का पानी बह रहा था. शनिवार से पानी कमने के कारण एनएच पर पानी बहना बंद हो गया, जिससे आवागमन की परेशानी दूर हो सकी.
नहीं हो रहा है छिड़काव
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की मानें तो क्षेत्र के 14 जगहों पर स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है, जिसमें लोगों की जांच कर दवा दी जा रही है. बाढ़ का पानी और कमने के बाद छिड़काव किया जायेगा. छिड़काव सामग्री सभी एएनम को उपलब्ध करा दिया गया है. पानी घटते ही गांव के चारों ओर दरुगध फैल रहा है.
सीओ अशोक कुमार कहते हैं कि 1097 परिवारों के बीच राहत का खाद्यान्न और नकद राशि वितरण कर दिया गया है. रजंदीपुर और फरका में वितरण कार्य प्रारंभ है. रविवार से बरारी, ममलखा और शंकरपुर पंचायत में राहत वितरण किया जायेगा. बाबुपुर मोड़ के पास टैंकर से पेय जल की व्यवस्था की गयी है. पुराने चापाकल का मरम्मत और कुछ नया चापाकल लगाया जा रहा है. तात्कालिक स्तर पर रजंदीपुर और बरारी पंचायत के विस्थापितों के पास शौचालय का निर्माण भी कराया जा रहा है. 28 नाव क्षेत्र में चल रही है. आपदा प्रबंधन विभाग से पॉलीथिन आ गयी है, जिसका कल से वितरण किया जायेगा. बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच स्वास्थ्य शिविर लगाया गया है.