भागलपुर : बिहार–झारखंड में प्रतिभावान क्रिकेटरों की कोई कमी नहीं है. सही मार्गदर्शन मिले तो यहां की यूथ ब्रिगेड भी टीम इंडिया में अपनी जगह बना सकती है. सफलता की सीढ़ी चढ़ने के लिए कड़ी मेहनत, ईमानदार प्रयास व दृढ़ इच्छाशक्ति की जरूरत है.
क्योंकि, शॉर्ट कट रास्ता अख्तियार कर बहुत लंबे समय तक रेस में बने रहना मुश्किल होता है. उक्त बातें टीम इंडिया के खिलाड़ी सौरभ तिवारी ने कही. वे रविवार को अपने मित्रों के साथ प्रभात खबर कार्यालय आये हुए थे.
उन्होंने बताया कि बिहार के देव रथ, मनीष वर्धन, बासुकीनाथ मिश्र, केशव कुमार व समर कादरी जैसे खिलाड़ियों में काफी संभावनाएं हैं. फिलहाल ये लोग झारखंड की तरफ से खेलते हुए शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पहले की तुलना में अब प्रतिस्पर्धा काफी बढ़ गयी है.
टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए अब प्रदर्शन ही एकमात्र आधार बन गया है. हालांकि जोन स्तर पर होने वाली क्रिकेट प्रतियोगिताओं, रणजी ट्रॉफी व आइपीएल उदीयमान क्रिकेटरों के लिए बेहतरीन प्लेटफॉर्म साबित हो रहा है. उन्होंने बताया कि क्रिकेट अकादमी नहीं होने के बाद भी झारखंड के कई खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं.
सचिन तेंडुलकर मेरे आदर्श
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु से आइपीएल खेलने वाले सौरभ ने बताया कि मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर उनके आदर्श हैं. उनकी बातें हमेशा उनका मार्गदर्शन करती रही है. उन्होंने कहा कि टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी लाजवाब हैं. वे बेहतरीन कप्तान, शानदार खिलाड़ी होने के साथ–साथ बेहतरीन फिनिशर भी हैं. सौरभ गांगुली एग्रेसिव कप्तान थे और माही कूल. धौनी की कप्तानी में भारत ने दो–दो वल्र्ड कप जीते. आज की तारीख में उनके जैसा कप्तान वर्ल्ड में नहीं है.
विराट कोहली अच्छा खिलाड़ी
टीम इंडिया के उपकप्तान विराट कोहली की तारीफ करते हुए सौरभ ने कहा कि वह बेहतरीन खिलाड़ी है. कप्तान धौनी के बाद वह टीम इंडिया का अच्छा कप्तान साबित हो सकता है.
रांची का जेएससीए स्टेडियम सबसे बेहतर
बकौल सौरभ, उन्हें रांची के जेएससीए स्टेडियम में खेलना सबसे अच्छा लगता है. बंगाल का मंदारमणि घूमना उन्हें सबसे अधिक पंसद है. उन्होंने कहा कि मां के हाथ का भोजन उन्हें सबसे अच्छा लगता है.
अगर वे क्रिकेटर नहीं होते तो वे शायद फुटबॉल के मैदान अपना जाैहार दिखा रहे होते. उन्होंने युवा क्रिकेटरों से आह्वान किया कि वे सिर्फ और सिर्फ अपने खेल पर ध्यान दें. क्योंकि यही आपको प्रसिद्धि की अंतिम ऊंचाईयों पर ले जाने में मददगार साबित होगा.
विदित हो कि सौरभ छुट्टियां मनाने के लिए इन दिनों अपने घर भागलपुर आये हुए हैं. कहलगांव के धुआवय में उनका ननिहाल है. सोमवार को वे रांची रवाना हो जायेंगे. रविवार को उनके साथ सौरभ के मामा राजेश पांडे, सुमन तिवारी, बासुकीनाथ मिश्र, सुनील यादव के साथ प्रभात खबर कार्यालय आये हुए थे.
सचिन सर ने कहा
देश में 25 लाख लोग क्रिकेट खेलते हैं, पर उनमें से सिर्फ 11 खिलाड़ियों को ही टीम इंडिया में खेलने का मौका मिलता है. खिलाड़ी तो कोई भी बन सकता है पर अच्छा इनसान बनना ज्यादा जरूरी है. पहले तुम अच्छा इनसान बनो, खिलाड़ी तो अपने–आप बन जाओगे.
(आइपीएल-2010 सीजन में मुंबई इंडियंस के अभ्यास शिविर में मास्टर–ब्लास्टर ने सौरव तिवारी व उनके साथियों को दिया था टिप्स)