भागलपुर: लोक आस्था का पर्व विषहरी पूजा शनिवार को शुरू होगी. बाला लखिंदर की धूम धाम से बरात निकाली जायेगी. देवी विषहरी की पूजा-अर्चना के लिए चंपानगर सहित शहर के सभी मां विषहरी के मंदिरों में हजारों की संख्या में श्रद्धालु जुटेंगे. बाला व बिहुला की शादी के लिए चंपानगर स्थित प्रसिद्ध मनसा मंदिर की सजावट को अंतिम रूप देने में शुक्रवार को स्थानीय लोग तत्परता से लगे हुए थे.
देर शाम तक विषहरी भक्तों ने नदी में स्नान कर सर्प कलश भर कर मंदिर में स्थापित किया. शहरी क्षेत्र के नाथनगर, चंपानगर, मनसकामनानाथ चौक, साहेबगंज, रामसर, जोगसर, खंजरपुर, इशाकचक, बरारी, तिलकामांझी, जीरोमाईल आदि जगहों पर सभी पूजा पंडालों में मां विषहरी की प्रतिमा को कारीगरों द्वारा अंतिम रूप दिया जा रहा था. प्राय: हर पूजा पंडालों में टून्नी राक्षसी की विशाल आकृति सजा कर रखी गयी है.
मनसा मंदिर चंपानगर में लोक गाथा के सभी पात्रों की मूर्तियां एक कतार में सजा कर रखी गयी है. 17 अगस्त की अल सुबह सभी प्रतिमाओं में प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी. अल सुबह से ही श्रद्धालु कच्चे बांस की डलिया में फल, मूल, अक्षत, पान,सुपारी भर कर मां मनसा की पूज-अर्चना करेंगे.