भागलपुर: कार्यकर्ताओं की पिटाई व मांगों को पूरा नहीं करने के विरोध में छात्र संघर्ष समिति ने एलान किया है कि मंगलवार को तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय व कॉलेजों को बंद कराया जायेगा. आइसा की राज्य अध्यक्ष रिंकी ने भी विश्वविद्यालय बंद करने की घोषणा की है.
छात्र संघर्ष समिति के संयोजक अजीत कुमार सोनू ने बताया कि विभिन्न मांगों को लेकर अब तक कुलपति से आठ बार वार्ता सहित कई बार आंदोलन किये गये, लेकिन मांगें पूरी नहीं की गयी. एआइडीएसओ ने छात्रों के साथ पिटाई की निंदा की है. कार्यालय सचिव श्यामदेव कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय के टालमटोल रवैये के कारण छात्र आक्रोशित होते हैं. उन्होंने छात्रों को पीटने वाले के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विश्वविद्यालय में बन रहे राजनीतिक अखाड़े को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
छात्रों का भविष्य बरबाद हो रहा है. इसे बचाने के लिए समाज को व्यापक पहल करने की जरूरत बतायी. छात्र संघर्ष समिति की ओर से अजीत कुमार सोनू, शिशिर रंजन, मोनू कुमार, अक्षय कुमार, अंशदेव निराला, गोपाल कुमार ठाकुर, आनंद मोहन, सौरभ कुमार, अजय कुमार, बमबम यादव आदि मौजूद थे. आइसा की ओर से रूपेश, सुमन, मनीषा, मृत्युंजय, अंबुज, वाल्मीकि, अविनाश, जियाउद्दीन अभिराज आदि मौजूद थे. एबीवीपी की ओर से विवि संगठन मंत्री शिवशंकर सरकार, रवि कुमार, नवीन तिवारी, नीरज यादव, आशीष सिंह, पवन, विवेक, आलोक, अमन, रघुनंदन, अनंत, गौरव, ऋतुराज आदि मौजूद थे.