भागलपुर/पटना: जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (जेएलएनएमसीएच) में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए 50 सीटें बढ़ा दी गयी है. मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) ने राज्य सरकार के प्रस्ताव को बुधवार को स्वीकृति दे दी. इन सीटों के लिए इसी सत्र से नामांकन होगा. सप्ताह भर में काउंसेलिंग शुरू हो जायेगी. इसके पहले नव सृजित सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पावापुरी व बेतिया में एमबीबीएस की सौ-सौ सीटों पर नामांकन की अनुमति मिल चुकी है. इस प्रकार अब राज्य में 410 सीटें अतिरिक्त मिल गयी हैं.
शाम के वक्त जेएलएनएमसीएच के प्राचार्य डॉ अजरुन कुमार सिंह के ई-मेल पर भी इसकी सूचना आ गयी. श्री सिंह ने बताया कि 42 साल में जो काम नहीं हो पाया था, वह अब हुआ है. मुख्य सचिव के साथ अगस्त में होनेवाली बैठक में शिक्षकों व चिकित्सकों की नियुक्ति पर विचार-विमर्श होगा. श्री सिंह ने बताया कि छात्रों की संख्या बढ़ने से अस्पताल में भर्ती मरीजों को भी राहत मिलेगी. 2013-14 के लिए छात्रों का नामांकन जल्द ही शुरू हो जायेगा. इसके लिए वेटिंग लिस्ट में शामिल छात्रों को राज्य के विभिन्न कॉलेजों में नामांकन के लिए भेजा जायेगा.
क्या कहते हैं चिकित्सक
शिशु विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ आरके सिन्हा ने कहा कि अधिक से अधिक बच्चे चिकित्सक बनें, इससे अच्छा और क्या हो सकता है. पर सरकार को यह भी देखना चाहिए कि वह एमसीआइ के मापदंडों के आधार चिकित्सकों व शिक्षकों की संख्या बढ़ाये. उनकी सुविधा का ख्याल रखे.
सजर्री विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ यू नाथ ने बताया कि पीजी की पढ़ाई व एमबीबीएस में 50 सीट बढ़ाने का मुख्य श्रेय प्राचार्य को जाता है. इसके अलावा राज्य सरकार ने भी बेहतर कार्य करते हुए सीट बढ़ाया है. इससे कॉलेज का तो मान बढ़ेगा ही, चिकित्सकों की संख्या में भी वृद्धि होगी. बिहार में भी वैसे ही शिक्षकों व चिकित्सकों की संख्या बहुत कम है.
मेडिसिन विभाग के चिकित्सक डॉ हेम शंकर शर्मा ने कहा कि 100 सीट के लिए यह कॉलेज बहुत पहले से दावेदारी रखता था. लंबे दिनों बाद ऐसा निर्णय हुआ है. यह गौरव की बात है. कई ऐसे विभाग हैं जहां 50 सीट के लायक भी शिक्षक नहीं हैं. ऐसे विभागों में शिक्षकों की नियुक्ति बेहद आवश्यक है. डॉ संदीप लाल ने बताया कि यह भागलपुर और हमलोगों के लिए गौरव की बात है. इससे इलाके के लोगों को चिकित्सा क्षेत्र में भी काफी सुविधा मिलेगी.