21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

वर्षो से हॉस्टल में जमे छात्र-छात्राएं बाहर होंगे

भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पीजी पुरुष व महिला छात्रावासों से वैसे छात्र-छात्रओं की छुट्टी होनेवाली है, जो बार-बार स्नातकोत्तर की पढ़ाई करने के बहाने वर्षो से जमे हैं. छात्रवास में रहने का वर्षो पूर्व निर्धारित शुल्क में भी तीन गुनी बढ़ोतरी की जायेगी. विश्वविद्यालय प्रशासन ने उक्त दोनों मसलों पर प्रस्ताव तैयार करने पर […]

भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के पीजी पुरुष व महिला छात्रावासों से वैसे छात्र-छात्रओं की छुट्टी होनेवाली है, जो बार-बार स्नातकोत्तर की पढ़ाई करने के बहाने वर्षो से जमे हैं. छात्रवास में रहने का वर्षो पूर्व निर्धारित शुल्क में भी तीन गुनी बढ़ोतरी की जायेगी. विश्वविद्यालय प्रशासन ने उक्त दोनों मसलों पर प्रस्ताव तैयार करने पर विचार करना शुरू कर दिया है. उम्मीद है कि आठ अगस्त को संभावित सिंडिकेट की बैठक में प्रस्ताव पारित होने के बाद इसे लागू भी कर दिया जायेगा. डीएसडब्ल्यू डॉ गुरुदेव पोद्दार ने बताया कि कई छात्र-छात्राएं ऐसे हैं, जो पहली बार पीजी में नामांकन के बाद छात्रवास में प्रवेश किये और वे चार-पांच साल बाद आज तक छात्रवास में ही जमे हुए हैं.

वे एक विषय से पीजी करने के बाद दोबारा दूसरे विषय में नामांकन करा लेते हैं और छात्रवास में नियमित हो जाते हैं. ऐसे छात्रों की संख्या बढ़ती जा रही है. नतीजतन स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में पहली बार नामांकन लेनेवाले अधिकतर छात्र-छात्रओं को सीट खाली नहीं रहने की वजह से छात्रवास में प्रवेश से वंचित होना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि फिलहाल यह विचार किया जा रहा है कि ऐसे छात्रों का पीजी पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद छात्रवास खाली कराया जायेगा.

वर्तमान में प्रत्येक छात्र या छात्र छात्रवास में रहने के लिए 1100 रुपये सालाना शुल्क देते हैं. इस शुल्क से छात्रवास के भवनों व चहारदीवारी की मरम्मत, चौकी-कुरसी, टेलीविजन, वाटर प्यूरीफाइंग मशीन के इंतजाम आदि कार्य पूरा होना संभव नहीं है. विश्वविद्यालय के कोष में इतना फंड नहीं है कि उक्त पूर्ति की जा सके, जबकि इसकी सख्त जरूरत है. ऐसे में तीन हजार रुपये सालाना शुल्क करने पर विचार किया जा रहा है. इसे लेकर छात्रवासों के वार्डेन व अधीक्षक का भी सुझाव आया है कि शुल्क में वृद्धि हो और कोर्स पूरा होने के बाद छात्रों को छुट्टी दी जाये. डीएसडब्ल्यू ने बताया कि अंतिम निर्णय लेने से पहले छात्र प्रतिनिधियों के साथ भी विचार-विमर्श किया जायेगा. इसके बाद प्रस्ताव तैयार कर सिंडिकेट की आठ अगस्त को संभावित बैठक में प्रस्तुत कर दिया जायेगा. भागलपुर विश्वविद्यालय परिसर में चार पीजी पुरुष छात्रवास व एक पुरुष शोध छात्रवास है. इन पांचों छात्रवासों में लगभग पांच सौ छात्र रहते हैं. पीजी महिला छात्रवास पांच हैं, जिसमें करीब छह सौ छात्राएं रहती हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें