भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के 5859 मामले से जुड़े कुछ शिक्षकों के खिलाफ डिमोशन की कार्रवाई हो सकती है. ऐसे शिक्षकों की संख्या लगभग 80 है, जबकि 337 शिक्षक अपने पद पर बने रहेंगे. कुलपति डॉ एनके वर्मा ने बताया कि 5859 मामले को न्यायालय ने स्टे कर दिया था. इस कारण उनको नये स्केल का वेतन मिलता था. सरकार इन शिक्षकों को 5859 के तहत वेतन देने को कहती रही है, न कि नया स्केल के तहत.
कुलपति ने बताया कि सरकार 5859 के तहत वेतन की राशि भेजती है. उन्हें नये स्केल के तहत वेतन देने में अधिक राशि की जरूरत होती है. ऐसे में दूसरे कर्मियों के वेतन राशि से काट कर उन्हें देना पड़ता है. इससे हर माह राशि कम हो जाती है. उन्होंने बताया कि कोर्ट के नये आदेश के तहत शिक्षकों की नियुक्ति की तिथि फिक्स करनी है. इसके बाद जो भी पेमेंट बनेगा, उन्हें भुगतान देने का आदेश मिला.
कुलपति ने बताया कि इसकी अधिसूचना जारी कर दी गयी है. उन्होंने यह भी बताया कि डेट फिक्स होने के बाद कुछ प्रोफेसर डिमोट करने के बाद रीडर हो जायेंगे. जो 1995 से पहले प्रोफेसर बने हैं वे खुद-ब-खुद डिमोट हो जायेंगे. डेट फिक्स होने के बाद उनका समायोजन 96 से होगा. दूसरी ओर 95 के बाद प्रोन्नति की कोई स्कीम नहीं है. इसके कारण उन्हें डिमोट होना होगा.