भागलपुर: राज्य में धान की उत्पादकता बढ़ाने के लिए श्री विधि को बढ़ावा दिया जायेगा. इसके लिए महत्वाकांक्षी योजना बनायी गयी है. इसी के तहत श्री विधि के कार्यान्वयन को महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) से संबद्ध कर आंशिक पारिश्रमिक देने का प्रावधान किया गया है और इस संपूर्ण कार्यक्रम के क्रियान्वयन का अनुश्रवण डीएम को व्यक्तिगत रूप से करने का निर्देश दिया गया है. यह जानकारी धान खरीद को लेकर आयोजित वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान कृषि उत्पाद आयुक्त ने दी.
कृषि उत्पाद आयुक्त ने बताया कि श्री विधि को बढ़ावा देने के लिए राज्य स्तर पर पांच लाख एकड़ का डेमांस्ट्रेशन लगाने व 20 लाख एकड़ बगैर डेमांस्ट्रेशन के श्री विधि से आच्छादित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके तहत दो से 10 मई की तक जिला स्तर पर कृषि कर्मशाला आयोजित की जायेगी एवं 10-25 मई की अवधि में प्रशिक्षण सह वितरण शिविर का आयोजन किया जायेगा. इसी कड़ी में राज्य के प्रत्येक पंचायत में 26 मई एवं नौ जून को श्री विधि दिवस के रूप में मनाया जायेगा. इसमें स्थानीय विधायक एवं जन प्रतिनिधि को भी आमंत्रित किया जायेगा.
इसके अलावा कृषि वैज्ञानिकों द्वारा प्रखंडों में किसान पाठशाला का भी विशेष रूप से आयोजन किया जायेगा. वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी ने आपदा से संबंधित डीसी विपत्रों का समायोजन शीघ्र सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया.
वीडियो कांफ्रेंसिंग में खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रधान सचिव शिशिर कुमार सिन्हा, एसएफसी के महाप्रबंधक दीपक प्रसाद के अलावा जिला से डीएम प्रेम सिंह मीणा, उप विकास आयुक्त राजीव प्रसाद सिंह रंजन, प्रभारी अपर समाहर्ता सह जिला आपूर्ति पदाधिकारी ईश्वर चंद्र शर्मा, एसएफसी के जिला प्रबंधक शोभेंद्र चौधरी आदि उपस्थित थे.