भागलपुर: ओम बाबा हत्याकांड की जांच कर रही सिटी डीएसपी वीणा कुमारी को देवी बाबू धर्मशाला के किरायेदारों ने बताया कि उनकी दुकानों को खाली कराने के लिए दबाव बनाया जा रहा था. इसके लिए मेयर दीपक भुवानियां के घर सबको बुलाया गया था. दीपक भुवानियां ने दुकानदारों (किरायेदारों) से कहा था कि वे जगह खाली कर दें. बदले में उन्हें आधी जगह की दुकान उपलब्ध करायी जायेगी. इस दुकान को कहीं भी दिया जा सकता है.
वह दुकान कांप्लेक्स के नीचे भी मिल सकता है. बदले में एक रुपया भी नहीं लिया जायेगा. इस बात का ओम बाबा सहित स्थानीय कुछ दुकानदारों ने विरोध किया था. ओम बाबा के साथ मेयर ने तू-तू, मैं-मैं भी की थी. सिटी डीएसपी को बताया गया कि घटना की रात और दिन दोनों समय पवन डालुका व कन्हाई सरावगी बाबा की गली में देखे गये थे.
फोरेंसिक टीम को कुछ नहीं लगा हाथ , साक्ष्य में केवल खून के नमूने : हत्यारों की रणनीति फिलहाल कामयाब दिख रही है. फोरेंसिक टीम को जो चाहिए था, वह नहीं मिला. नतीजा शून्य रहा. शुक्रवार को फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की टीम देवी बाबू धर्मशाला के उस कमरे में पहुंची जहां ओम बाबा की हत्या की गयी थी. कमरे की जमीन, दीवार व अंदर रखे कपड़ों में कहीं भी कोई संदेहास्पद बातें नहीं दिखी, जिसकी जांच कर दोषियों तक पहुंचा जा सके. सब कुछ साफ हो चुका था.