भागलपुर: जिला अवर निबंधक के यहां छापेमारी के लिए मंगलवार की शाम ही डीएसपी विश्वजीत दयाल के नेतृत्व में 15 सदस्य आर्थिक अपराध इकाई की टीम भागलपुर पहुंच चुकी थी. टीम में शामिल सदस्यों ने तीन गाड़ियों में गुप्त स्थानों पर रात गुजारी.
सूत्रों की मानें, तो पटना में बनाये गये कार्यक्रम के अनुसार दो टीमों को एक साथ छापेमारी करनी थी, जबकि तीसरी टीम को आदेश मिलने पर छापेमारी में शामिल होना था. रजिस्ट्रार जिस मकान में रहे रहे थे, उस मकान को सुबह-सुबह चिह्न्ति कर गेट के बाहर एक निशान लगाया गया था. सुबह 6.30 बजे दो टीम ने रजिस्ट्रार के मकान व रजिस्ट्री ऑफिस पर धावा बोला.
शौचालय तक खंगाला
जिला अवर निबंधक कमाल अशरफ मकान की जिस मंजिल पर रह रहे थे. उसके दोनों कमरे, पानी की टंकी, बेसिन और शौचालय तक की जांच इओयू की टीम ने की. टीम ने पलंग की भी खोल कर जांच की. पलंग की खरीद का रसीद मांगा गया. यहां तक की पैंट व शर्ट की संख्या को गिनती कर जब्ती सूची में अंकित किया गया. छापेमारी के दौरान उपस्थित डॉ जमील अहमद खां ने बताया कि छापेमारी करने से पूर्व जांच टीम ने अपने एक -एक सदस्य की जांच मौके पर उपस्थित दो लोगों के समक्ष करायी. इसके बाद से ही जांच टीम में शामिल लोगों ने मकान में तलाशी शुरू की. इस दौरान निवेश के कागजात के अलावा कुछ महत्वपूर्ण कागजात जांच टीम को मिले.
मोहल्ला हुआ बदनाम
इसलाम नगर बरहपुरा स्थित किराये के मकान में रह रहे रजिस्ट्रार कमाल अशरफ के यहां आर्थिक अपराध टीम की छापेमारी पर मोहल्ले के लोगों ने नाराजगी जाहिर की है. लोगों का कहना है कि गलत काम करनेवाले लोगों के रहने के कारण इस मोहल्ले की बदनामी हो रही है. कुछ लोगों ने बताया कि पिछले दो साल से कमाल अशरफ यहां किराये में रह रहे हैं, लेकिन उनका किसी से मिलना-जुलना नहीं है. अगर कोई उनसे मिलने जाता है, तो वे काम का बहाना बना कर घर से बाहर नहीं निकलते हैं.
देखने के लिए लगी रही भीड़
इसलाम नगर बरहपुरा में जमीन रजिस्ट्रार के घर में छापेमारी को दिखने के लिए भीखनपुर, बरहपुरा, खानपट्टी व इसलाम नगर के लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी.
जैसे -जैसे लोगों को छापेमारी का पता चल रहा था. लोग पैदल, साइकिल व बाइक से मकान की ओर खींचे चले आ रहे थे. यहां तक कि महिला व बच्चे भी छापेमारी को दिखने के लिए बेताब थे. हालांकि छापेमारी में क्या हो रहा है. इसकी जानकारी उन्हें नहीं थी. लेकिन आपस में वे लोग बातचीत के दौरान कह रहे थे कि जमीन रजिस्ट्रार बहुत पैसे कमाये है. लाखों रुपये घर से मिलेंगे. कुछ लोगों का कहना था कि गलत करने वाले को अल्लाह माफ नहीं करते हैं.