भागलपुर: सावन की पूर्णिमा पर 10 अगस्त को होनेवाले रक्षाबंधन को लेकर बाजार पूरी तरह से सज चुका है. राखी दुकानों में बहनें विभिन्न डिजाइन व फैंसी राखियां पसंद कर रही हैं. बच्चे खुद के लिए काटरून राखी पसंद कर रहे हैं तो युवाओं को स्टोन व मोती वाली राखी एवं जर्मन सिल्वर की राखी भा रही है.
भागलपुर के बाजार में पटना, कोलकाता व दिल्ली से राखी मंगाया जाता है. दूसरी ओर कई उद्यमी महिला खुद राखी तैयार कर अपना स्वरोजगार कर रही हैं. यहां पर खासकर कोलकाता से राखी मंगायी जाती है.
राखी कारोबारियों का कहना है कि कोलकाता राखी का बड़ा बाजार है, जहां से सस्ती राखियां मिल जाती है और यहां पर लाने में भी दिक्कत नहीं होती. यहां पर मुख्य बाजार में मारवाड़ी टोला, वेराइटी चौक व सोनापट्टी के आसपास क्षेत्रों में खासकर राखी की दुकानें सजा ली गयी है. राखी वाले विजय बताते हैं कि युवाओं को स्टोन व मोती वाली राखी पसंद आ रही है तो बच्चों को काटरून, बेंटेन व लाइट वाली राखी पसंद आ रही है. पिछले वर्ष से राखी पर 15 प्रतिशत तक महंगाई की मार है. खासकर ढुलाई खर्च व कच्चे माल का भाव बढ़ने से राखियों पर महंगाई बढ़ी है. अभी बाजार में जर्मन सिल्वर राखी 200 से 300 रुपये तक में उपलब्ध है. इसमें चांदी व अन्य मोती जड़ी रहती है. विजय बताते हैं कि महिला उद्यमी बुटिक राखी, फैंसी राखी खुद तैयार करती हैं, जिसकी मांग भी खूब है. राखी दुकानदार विनीत कुमार बताते हैं यहां पर अधिकांश राखियां कोलकाता से आती है. कई लोग दिल्ली की चमकदार व फैंसी राखियां, चाइनिज राखियां कह कर बेचते हैं.