सुलतानगंज : रात के 10 बज रहे थे. बाढ़ पीड़ित एनएच 80 किनारे और पानी से घिरे ऊंचे स्थानों पर सोने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन बाढ़ के पानी के बहाव की आती आवाज से उनके दिल धाड़-धाड़ करने लगते और नींद गायब हो जाती. उमेश यादव कहते हैं क्या करें बाबू, घर में पानी आ जाने के बाद पांच दिनों से सो नहीं पाये हैं. यहां कोई सुविधा नहीं है. विमला देवी बकरी के दो बच्चों को तंबू में सुरक्षित रखने का प्रयास कर रही है. वह कहती है हमरा सीनी क कोय देखै वाला नै छै. सरयू देवी कहती है बच्चा बीमार छै, खाय के कुछ नय छै, कुछ त उपाय करो बाबू. यहां रह रहे बाढ़ पीड़ितों को भोजन-पानी नहीं मिल रहा है. सबसे अधिक शौच जाने में परेशानी हो रही है. यही हाल अन्य जगहों पर रह रहे बाढ़ पीड़ितों की भी है.
सैकड़ों गांव बाढ़ से प्रभावित : सुलतानगंज प्रखंड के सैकड़ों गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. तिलकपुर पंचायत के वार्ड 15 की सड़क टूट गयी है, जिससे आवागमन बंद हो गया है. जिला परिषद अध्यक्ष अनंत कुमार उर्फ टुनटुन साह ने शुक्रवार को मिरहट्टी पंचायत की महादलित बस्ती स्थानडीह के वार्ड 12 व 13 में बाढ़ पीड़ितों की हालत देखी. लोग उन्हें अपनी समस्याएं सुनाने दौड़ पड़े. जिप अध्यक्ष ने डीएम को फोन पर यहां की वस्तुस्थिति से अवगत कराया. जिप अध्यक्ष ने बताया कि डीएम ने आश्वासन दिया है कि राहत व बचाव कार्य तेजी से करने का निर्देश दिया गया है. जो भी बाढ़ पीड़ित फंसे है, उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ले जाये जायेंगा. जिप अध्यक्ष ने बताया कि सरकारी सुविधा मुकम्मल बाढ़ पीड़ित को नहीं मिल रहा है, जिससे लोगों में आक्रोश है. उनके साथ रंजीत साह व कई लोग थे. नप के वार्ड 25 के नारायणपुर के लोग भी बाढ़ से घिरे हैं. वार्ड पार्षद चुनेश्वर मंडल ने बाढ़ पीड़ितों को राहत मुहैया कराने की मांग की. वार्ड 22 की पार्षद सीता देवी ने सीओ से लगभग 800 परिवार व राशन सहित अन्य राहत सामग्री दिये जाने की मांग की है.