भागलपुर : बिहार के भागलपुर में बाथ थाना अंतर्गत धांधी बेलारी पंचायत के लखनपुर झोझी टोला में सड़क किनारे शनिवार को खेल रहे पांच स्कूली बच्चों का वैन से आये कांवरिया वस्त्रधारी अपहर्ता उठा ले गये. अपहृत बच्चे मनोज तांती का पुत्र अभिषेक कुमार (15), अनिल तांती का पुत्र सुमित कुमार (15), बबलू तांती का पुत्र सूरज कुमार (12), गोपाली तांती का पुत्र गुलशन कुमार (12) व विलास तांती का पुत्र राजा कुमार (12) थे. इनके अपहरण की जानकारी की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया.
घटना से आक्रोशित बच्चों के परिजनों और ग्रामीणों ने होकर ग्रामीणों ने सुलतानगंज-देवघर मुख्य मार्ग चार घंटे तक जाम कर दिया. इस दौरान जमकर हंगामा किया. घटना की सूचना मिलते ही विधि-व्यवस्था डीएसपी मो नेसार अहमद, सुलतानगंज थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रामप्रीत कुमार, अंचल इंस्पेक्टर अनिल कुमार के अलावा अकबरनगर, बाथ, सजौर, शाहकुंड, तारापुर, असरगंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंची. लोग पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. पुलिस ने जब उन्हें समझाने का प्रयास किया तो वे पुलिस पर पथराव करने का प्रयास करने लगे.
काफी समझाने पर बच्चों के परिजनों ने बताया कि दोपहर करीब 12 बजे सड़क किनारे काली रंग की वैन लगी थी. उसके बगल में छह-सात बच्चे खेल रहे थे. वैन के अंदर एक व्यक्ति कांवरिया वेश में था. उसने पांचों बच्चों को चॉकलेट देकर और गाड़ी के अंदर टीवी दिखाने का झांसा देकर अंदर बुला लिया. वाहन में बच्चों के घुसते ही वे उन्हें लेकर तारापुर की ओर फरार हो गये. उनके साथ खेल रहे अन्य बच्चों ने इसकी जानकारी घरवालों को दी. घरवाले उनकी तलाश में जुट गये और पुलिस को भी सूचना दी.
बच्चों को चार घंटा बाद छोड़ कर हुए फरार
पांच बच्चों के अपहरण किये जाने की घटना होने के बाद भागलपुर पुलिस ने सभी थाना को अर्ल्ट कर दिया. इसके अलावा बांका व मुंगेर थाना को भी अर्ल्ट कर सभी मुख्य मार्गों पर सघन छापामारी अभियान शुरू किया. पुलिस दबिश बढ़ते ही अपहरणकर्ताओं ने अपहृत पांचों बच्चों को बांका जिला के तेलडीहा दुर्गा मंदिर के समीप कच्ची कांवरिया पथ पर छोड़ कर फरार हो गया. अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बच्चे छूटते ही आसपास के लोगों ने बच्चों से पूछताछ किया तो उन्होंने अपहरण किये जाने की जानकारी दिया.
इसके बाद स्थानीय लोगों ने अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बच्चे मुक्त होने की जानकारी पुलिस को दिया. पुलिस ने पांचों बच्चों को बरामद चार घंटा बाद कर लिया. सकुशल पांचों बच्चे बरामद होने के बाद पुलिस व परिजनों ने राहत की सांस लिया. अपहृत बच्चे को बाथ थाना पुलिस ने अपने कब्जे में लेकर असरगंज थाना लाया. असरगंज थाना परिसर में भागलपुर एसएसपी आशीष भारती, विधि-व्यवस्था डीएसपी नेसार अहमद ने बारी-बारी से सभी बच्चों से पूछताछ किया. पुलिस ने बच्चों को कई संदिग्ध अपराधियों का मोबाइल में फोटो दिखाकर पहचान कराने का प्रयास किया.
पुलिस के पूछताछ में बच्चों ने बताया कि एक व्यक्ति वाहन लगा कर सड़क किनारे खड़ा था. हमलोग उसी जगह खेल रहे थे. उसी दौरान उन्होंने घुमाने की बात कहा. घूमने के ख्याल से अभिषेक, सुमित,सूरज, गुलशन, राजा वाहन में बैठ गया. बच्चों ने बताया कि कांवरिया पथ के कई इलाके में घुमाया. तेलडीहा मंदिर के पास सभी को उतार दिया और वह फरार हो गया. पुलिस ने बच्चों से पूछताछ कर अपहरणकर्ता के पूरे हूलिया का जानकारी लिया. जिस वाहन से बच्चों को ले गया था. उस वाहन का भी जानकारी विस्तार से लिया गया.बाथ थानाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि अपहरण करने का मामला कहीं से भी प्रतीत नहीं हो रहा है. बच्चों से पूछताछ कर बयान लिया गया है. बच्चों का बयान कोर्ट में दर्ज कराया जायेगा, उसके बाद बच्चों को परिजन को सौंप दिया जायेगा.
क्या कहते हैं एसएसपी
बाथ थाना क्षेत्र के लखनपुर गांव के पास से जिन पांच बच्चों को अपहरण किये जाने की जानकारी मिला. उसे सकुशल बरामद कर लिया गया है. बरामद बच्चों से पूछताछ से यह पता चला है कि अपहरण किये जाने की नीयत से बच्चों को नहीं ले गया था. बच्चे खेलने के दौरान वाहन मालिक के संपर्क में आया. उसके बाद टीवी देखने व घूमने के ख्याल से सभी बच्चे वाहन में सवार हो गया था. बच्चों ने बताया कि वे लोग घुमने गये थे. लगभग दिन के तीन बजे सभी वापस हो गये. बच्चों ने बताया कि कोई जबरदस्ती नहीं किया गया था. पूछताछ में यह बात आया है कि सभी बच्चे अपने मरजी से गये थे. अपहरण किये जाने का कोई मामला सामने नहीं आया है. (आशीष भारती, एसएसपी, भागलपुर)
चार घंटा तक गांव में मचा कोहराम
खेलने के दौरान पांच बच्चे अचानक गायब हो जाने की जानकारी जैसे ही झोझी टोला के ग्रामीणों को मिला. वैसे ही पूरे गांव में कोहराम मच गया. गांव के सभी लोग अपने-अपने बच्चों का खोजबीन करने लगे. नहीं मिलने वाले बच्चों के मां-बाप अपहरण की बात सुनकर एक-एक कर बेहोश होने लगी. पूरे गांव में चीत्कार मच गया. सूरज की मां फूदो देवी रोते-बिलखते बेहोश हो पड़ी. उन्होंने कहा मैंने किसी का कुछ नहीं बिगाड़ा है. मेरे बेटा को किस लिए अपहरण किया गया है. वह पुलिस से बार-बार बेटा को वापस लाने की गुहार लगा रहे थे.
अभिषेक की मां रूबी देवी बेसुध होकर सड़क पर गिर पड़ी. बेहोशी की अवस्था में उन्हें उठा कर लोगों ने घर ले गया. होश में लाने का प्रयास किया गया. होश में आते ही वह जोर-जोर से चीत्कार कर बेटा को खोज रही थी. सुमित की मां नूतन देवी ने रोते-रोते कहा कि बेटा अभी स्कूल से आया ही था. खाना भी नहीं खाया है. उन्होंने बताया कि सुमित ने सड़क पर से लौट कर आने की बात कह कर घर से निकला था. हमलोग कोई बड़ा आदमी नहीं है,फिर भी मेरे बेटा का अपहरण किस मकसद से किया गया.
गुलशन की मां फूलन देवी ने बताया कि एक साथ गांव के पांच बच्चों को उठा कर ले गया है. बच्चों को कहीं मार तो नहीं देगा. पुलिस से वह जल्द से जल्द बरामद करने को कह रही थी. राजा की मां वीणा देवी कुछ बोल नहीं पा रही थी. घटनास्थल पर मौजूद भीड़ के बीच वीणा देवी अपने पुत्र का फोटो दिखा दिखा कर बेटा को ढूंढने की गुहार हर किसी से लगा रही थी. परिजनों के रोते-बिलखते देख पूरे गांव के लोग आक्रोशित हो गये. कई वाहनों पर ईंट, पत्थर फेंकने लगा. लोगों का आक्रोश देख स्थानीय पुलिस घटनास्थल से दूर हो गयी.
ग्रामीणों ने बताया कि कांवरिया पथ पर छोटे-छोटे बच्चे जीवन-यापन के लिए सामान बेचते है. इसी दौरान बच्चों को प्रलोभन देकर गायब कर दिया जाता है. दो-तीन दिन पूर्व भी एक व्यक्ति स्थानीय एक बच्चे को लेकर भाग रहा था. जिसे लोगों ने पकड़ लिया. पकड़ने के बाद पुलिस के हवाले किया गया, लेकिन पुलिस ने छोड़ दिया. डीएसपी मो नेसार अहमद ने परिजन व ग्रामीणों को संयम बरतने का अपील किया. डीएसपी ने कहा कि आपलोग सहयोग करे, सड़क जाम हटा दे. इसके बाद बच्चों के खोजबीन के लिए हमलोग जुट जायेंगे. लेकिन परिजन कुछ भी सुनने को तैयार नहीं था. परिजनों ने कहा कि जब तक सभी बच्चे को बरामद कर पुलिस नहीं लायेगी. तब तक सड़क जाम नहीं हटाया जायेगा.
जाम में छह घंटा परेशान रहे कांवरिया व आम लोग
सुलतानगंज-देवघर मुख्य मार्ग शनिवार को लगभग छह घंटा जाम से परेशान रहा. बच्चों के अपहरण के विरोध में परिजनों द्वारा लगभग तीन घंटा असरगंज समीप जाम किया गया था. जब जाम हटाया गया तो शाम तक वाहन के सुगम आवाजाही बनाने को लेकर काफी मशक्कत करना पड़ा. लगभग छह घंटा तक कांवरिया व अन्य सैकड़ों वाहन जाम में फंसे रहे. धीरे-धीरे जाम हटाने के दौरान लगभग दोनों ओर पांच से सात किमी लंबी वाहनों की कतार लग गयी थी. पहली बार भीषण महाजाम से सभी त्रस्त दिखे.