भागलपुर : जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, मायागंज में रविवार को भी बुखार व एइएस से ग्रस्त पांच बच्चों को भर्ती करवाया गया. इसमें चिकित्सक ने केवल मोनिका को ही एइएस का मरीज बताया, जबकि अन्य बच्चों में बुखार के लक्षण की आशंका जतायी.
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एक एइएस व चार संदिग्ध मरीज और भर्ती
भागलपुर : जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, मायागंज में रविवार को भी बुखार व एइएस से ग्रस्त पांच बच्चों को भर्ती करवाया गया. इसमें चिकित्सक ने केवल मोनिका को ही एइएस का मरीज बताया, जबकि अन्य बच्चों में बुखार के लक्षण की आशंका जतायी. हालांकि बच्चों के परिजन चमकी बुखार की शिकायत लेकर मायागंज अस्पताल […]
हालांकि बच्चों के परिजन चमकी बुखार की शिकायत लेकर मायागंज अस्पताल पहुंचे थे. मायागंज अस्पताल में पांच दिनों में 16 बच्चों को बुखार व चमकी बीमारी से ग्रस्त होकर भर्ती कराया गया. इसमें तीन बच्चों की मौत हो चुकी है.
मधेपुरा चौसा कलासन निवासी तनोज सिंह की आठ वर्षीय बेटी मोनिका को दोपहर एक बजे मायागंज अस्पताल लाया गया. तनोज ने बताया कि रविवार को ही लोकल डॉक्टर को दिखाया था. उल्टी होने के बाद बुखार आ गया. इसके बाद वहां से रेफर कर दिया गया.
यहां पर चिकित्सक ने एइएस की मरीज के रूप में पहचान की और गायनी आइसीयू में भर्ती कराया. नवगछिया नारायणपुर के दिलीप यादव ने बताया कि बेटा विष्णु कुमार दो वर्ष को शनिवार को चमकी बुखार हो गया. दवा देने के बाद भी ठीक नहीं हुआ, तो मायागंज अस्पताल में सुबह आठ बजे भर्ती करवाया. यहां पर शिशु वार्ड में भर्ती कराया गया.
शिवनारायणपुर के कौशल प्रसाद शर्मा ने बताया उनका बेटा सानू कुमार दो वर्ष को शनिवार को बुखार आ गया. रविवार को चमकी की शिकायत थी. दोपहर में मायागंज के शिशु वार्ड में भर्ती कराया गया. मुंगेर के नौ वर्षीय सतीश कुमार को, नवगछिया भवानीपुर के कृष्ण कुमार सात वर्ष को चमकी व बुखार की शिकायत थी, जिसे इमरजेंसी के शिशु वार्ड में भर्ती कराया गया.
मुसहरी के ग्रामीणों को किया जागरूक
नाथनगर. टीम आसरा ने रामपुरखुर्द पंचायत के मुसहरीटोला में आसरा ड्रीम प्रोजेक्ट स्मार्ट विलेज के तहत रविवार को गांव के बच्चों व बड़ों को चमकी बुखार के बारे में जागरूक करते हुए बताया गया कि इस बीमारी के क्या-क्या लक्ष्ण हैं और इससे कैसे परहेज किया जाये.
टीम ने ग्रामीणों के बीच ओआरएस के पैकेट वितरण किया. टीम ने गांव में स्वच्छता अभियान चलाया गया तथा बच्चों को शिक्षा प्रदान कर स्वच्छता का पाठ पढ़ाया. मौके पर टीम के अध्यक्ष अभिषेक डोकानिया, साविया, अंजलि, मेधा, जया, अतिशय, केतन, विनय, किशन, अनुपम, ऋषभ आदि मौजूद थे.
नारायणपुर में नहीं थी इलाज की सुविधा
नारायणपुर. प्रखंड के मधुरापुर निवासी दिलीप यादव के बेटे विष्णु कुमार में चमकी बुखार के लक्षण मिले हैं. उसे तेज बुखार के साथ शरीर में ऐंठन और दांत में किटकिटी हो रही थी. रविवार की सुबह करीब 7:30 बजे बच्चे को लेकर उसकी मां रूबी देवी परिजनों के साथ नारायणपुर पीएचसी पहुंची. उस वक्त अस्पताल में न तो डाॅक्टर थे और न ही कोई कर्मी. इंट्री काउंटर बंद था. बच्चे की हालत खराब हो रही थी.
अस्पताल से एंबुलेंस की सुविधा भी नहीं मिली तो वे लोग भाड़े का वाहन लेकर बच्चे को मायागंज अस्पताल ले गये. इधर क्षेत्र में चमकी बुखार होने की चर्च से लोग डरे हुए हैं. इलेक्ट्रोहोमियोपैथी के चिकित्सक डॉ सुभाष कुमार विद्यार्थी ने कहा कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए इलेक्ट्रो होमियोपैथी की दवा स्क्रोफोलोसो- 1 का पॉजिटिव डोज बच्चे को अवश्य पिलायें. उन्होंने लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए कुछ सुझाव दिये हैं.
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