कहलगांव: कहलगांव-भागलपुर को जोड़नेवाले एनएच 80 पर एकचारी के समीप स्थित भैना पुल का गार्डर टूट गया. इस कारण पुल से भारी वाहनों के परिचालन पर पूर्णत: रोक लगा दी गयी और दोनों ओर बैरियर लगा कर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
तीन गार्डर टूटे
भैना पुल का कहलगांव छोर से तीन गार्डर टूट गया है. इसके टूटने से पुल काफी कमजोर हो गया है. एनएच के एसडीओ अभय कुमार पांडे, सहायक अभियंता राजवन्त सिंह, कहलगांव बीडीओ रज्जन लाल निगम सहित पुलिस बल पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया. अभियंताओं के आशंका के बाद इस पुल पर दोनों ओर से तत्काल बांस का बैरियर लगा कर भारी वाहनों का प्रवेश वजिर्त कर दिया गया.
रात तक वहां पुलिस बल तैनात रहे. कहलगांव की ओर से कहलगांव थाना की पुलिस तथा घोघा की ओर से घोघा थाना की पुलिस की शिफ्ट वाइज ड्यूटी लगा दी गयी है. फिलहाल छोटी गाड़ियों को पुल पार करने दिया जा रहा है.
पूर्व से ही थी खतरे की आशंका
भैना तथा उससे सटे गेरुआ दोनों पुल का निर्माण एक साथ 1955 में हुआ था. 1995 में गेरुआ पुल का एक गार्डर गिर जाने से तेल के टैंकर सहित तीन सवार तथा एक ठेला सहित चालक की मौत हो गयी थी. दोनों पुल स्क्रू पाइल प्रकार के थे. उसी समय से भैना पुल के टूटने की आशंका जाहिर की जाने लगी थी. विगत चार सालों से पथ निर्माण विभाग द्वारा बोर्ड लगा कर इस पुल पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गयी थी, लेकिन अनवरत ओवर लोडेट र्छी एवं बोल्डर वाले ट्रकों का परिचालन जारी रहा. इसका परिणाम यह हुआ कि आज इसका तीन गार्डर टूट गया.
पुल की स्थिति जजर्र
खतरे को देखते हुए वैकल्पिक पुल का निर्माण रूंगटा इंटरप्राइजेज द्वारा कराया जा रहा था, लेकिन पिलर नंबर तीन का कुआं एक ओर झुक जाने के कारण विभागीय आला अभियंताओं ने इस पुल के आगे के निर्माण पर रोक लगा दी थी. एनएच के अभियंता अभय कुमार पांडेय ने बताया कि जल्द ही इसका मरम्मत कर परिचालन के लायक बना दिया जायेगा. सहायक अभियंता राजवन्त सिंह के अनुसार पुल की स्थिति बिल्कुल जजर्र हो गयी है. तत्काल भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गयी है. यदि पुल पर वाहनों का प्रवेश न रोका गया, तो यह पुल बैठ सकता है.