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डीएम करेंगे निगरानी, बारिश के बाद काम शुरू करने का लक्ष्य
भागलपुर : डेढ़ माह के गठन के बाद भागलपुर स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड के निदेशक मंडल की बैठक में बुधवार को चयनित काम की निविदा की प्रक्रिया को एक माह में पूरा करने का निर्णय हुआ. डीएम प्रणव कुमार की निगरानी में तमाम योजनाओं की प्रक्रियाएं पूरी होंगी. बारिश के बाद अहम योजनाओं में स्मार्ट […]
भागलपुर : डेढ़ माह के गठन के बाद भागलपुर स्मार्ट सिटी कंपनी लिमिटेड के निदेशक मंडल की बैठक में बुधवार को चयनित काम की निविदा की प्रक्रिया को एक माह में पूरा करने का निर्णय हुआ. डीएम प्रणव कुमार की निगरानी में तमाम योजनाओं की प्रक्रियाएं पूरी होंगी. बारिश के बाद अहम योजनाओं में स्मार्ट रोड पर बारिश के बाद शुरू करने का लक्ष्य निर्धारित हुआ.
इसके अतिरिक्त कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम तथा कचरा प्रबंधन को लेकर भी निदेशक मंडल के सामने सभी बातें विस्तार से रखी गयी. कंपनी के एसपीवी (स्पेशल परपस व्हीकल) की टीम के सदस्यों को भी जल्द मनोनयन करने का निर्देश हुआ. डीएम के नेतृत्व में कंपनी के सीइओ समेत 16 पदों को नियम पूर्वक भरने की कार्रवाई एक महीने में पूरा करने पर मुहर लगा.
समिति के गठन पर हुई चर्चा : स्थानीय स्तर पर अभियंता एवं तकनीकी विशेषज्ञों की समिति बनाकर तकनीकी मूल्यांकन कार्य होना है. नगर आयुक्त सह सीईओ के स्तर से विभिन्न कार्य निविदा के तकनीकी मूल्यांकन के लिये गठित समिति पर निदेशक मंडल ने विचार किया. निविदा के विषय से संबंधित अभियंत्रण विभाग के अधीक्षण अभियंता, कार्यपालक अभियंता के साथ इंजीनियरिंग कॉलेज, आइआइआइटी के डायरेक्टर/प्राचार्य तथा संबंधित तकनीकी विषय के विशेषज्ञ शिक्षक को भी मूल्यांकन समिति में रखने का निर्णय हुआ.
टेंडर कमेटी का भी हुआ गठन: इसमें सीइओ सह नगर आयुक्त संयोजक व प्रतिनिधि के तौर पर डीआइसी महाप्रबंधक, जिला लेखा पदाधिकारी, कंपनी के सीएफओ व तकनीकी मूल्यांकन कमेटी के सदस्य होंगे.
खाली पदों का बना रोस्टर, साक्षात्कार होंगे : सीईओ के चयन के लिये साक्षात्कार एवं निर्णय प्रमंडलीय आयुक्त सह अध्यक्ष की अध्यक्षता में गठित चयन समिति द्वारा लिया जाये, जबकि अन्य पदों हेतु जिला पदाधिकारी, भागलपुर की अध्यक्षता में गठित चयन समिति द्वारा साक्षात्कार एवं निर्णय लिया जाये। चयन समिति में नगर आयुक्त सह सीईओ, उप विकास आयुक्त, भागलपुर, जिला लेखा पदाधिकारी, भागलपुर, कुलपति, टीएनबीयू द्वारा प्राधिकृत विशेषज्ञ(एचआरडी) को रखने का निर्णय लिया गया.
ये होंगे स्मार्ट रोड : कुल 23.7 किलो मीटर का एनआइटी तैयार हो चुका है. निर्णय हुआ कि प्रथम चरण में जीरोमाईल–तिलकामांझी–मनाली चौक, सैंडिस कंपाउंड के चारों तरफ की सड़क, तिलकामांझी से हॉस्पीटल चौक, मनाली चौक–दीपनगर चौक–नरगा चौक के सड़क पर स्मार्ट रोड बनेगा. शेष प्रस्तावित सड़कों पर दूसरे चरण में कार्य होगा. स्मार्ट सड़क की योजना शहरवासी को जाम से निजात दिलाने के लिये होगी. इस काम को नगर आयुक्त सह सीईओ, जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक से समन्वय कर कार्रवाई करेंगे तथा सड़क की वर्तमान स्थिति, चौड़ाई, अतिक्रमण, ट्रैफिक आदि बिंदुओं को ध्यान में रखा जायेगा. इस दौरान वन-वे रूट पर भी काम होगा. सैंडीस का सौंदर्यीकरण : सैंडिस के सौंदर्यीकरण के प्रस्ताव पर चर्चा की गयी. डीएम ने बताया कि उच्च न्यायालय के स्तर से सैंडिस कंपाउंड सह जयप्रकाश उद्यान विकास समिति की बैठक की गयी थी.
बैठक में चला नाराजगी व फटकार का दौर
निदेशक मंडल ने सीएफओ के काम पर असंतोष जताया गया. इनकेस्तर से अभी तक कारपोरेट मामले के मंत्रालय के वेबसाइट पर कंपनी से संबंधित आवश्यक सूचना, प्रपत्र को अपलोड नहीं किया गया. सीएफओ कोकाम में सुधार लाने तथा सभी लंबित कार्य को दो सप्ताह में पूर्ण करने का नोटिस हुआ. ऐसा नहीं हुआ तो उनके मासिक मानदेय में से 30 प्रतिशत की कटौती की जायेगी.भागलपुर स्मार्ट सिटी कंपनी के लिये ऑडिटर की नियुक्ति अभी तक नहीं हो पायी है. नगर आयुक्त सह सीईओ ने बताया कि ऑडिटर का पारिश्रमिक निर्धारित होना है. निदेशक मंडल ने नगर आयुक्त को प्राधिकृत किया. पिछली बार के बोर्ड की बैठक के कामों को कराने की धीमी रफ्तार पर निदेाक मंडल ने नाराजगी व्यक्त की.
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