भागलपुर : अमरजीत के पिता अनिल राय ने अपने बयान में अभिषेक और रिंकू का नाम लिया है. पूरा मामला जमीन कारोबार से जुड़ा हुआ है. अभिषेक पांच साल पहले शहर में प्रिटिंग प्रेस लेकर आया था जो राजनीतिक दलों का बैनर पोस्टर बड़े पैमाने पर छापता था. अभिषेक और रिंकू की दोस्ती पांच साल पुरानी है. रिंकू का घर घंटाघर के समीप है.
घर के बेसमेंट में अभिषेक अपना प्रेस चलाता है. अभिषेक चार साल से जमीन कारोबार से जुड़ा. इसने मारवाड़ी पाठशाला के समीप एक जमीन का सौदा किया. इसे खरीदने के लिए इसने अमरजीत ने 75 लाख रुपया बतौर कर्ज दिया. लेकिन जमीन पर कानूनी विवाद खड़ा हो गया. जिस वजह से मामला फंस गया. बताया जा रहा है अमरजीत को इस जमीन से होने वाले फायदे में हिस्सा दिया जाता. वहीं जो दूसरी बात सामने आ रही है वो यह है कि जवारीपुर में अभिषेक ने जमीन खरीदी थी.
इसमें शहर के दो कारोबारी ने मिल कर पूंजी लगायी थी. जमीन मालिक को रुपया भी दे दिया गया था. इस जमीन को लेकर भी विवाद चल रहा था. वहीं आज हर कोई जवारीपुर में जिस व्यक्ति को रुपया दिया गया था उसे खोज रहे थे. लेकिन वो कहीं नहीं दिखा.