भागलपुर: बारिश के कारण गुरुवार को शहर के अलग-अलग दर्जन भर इलाके में डिस्ट्रीब्यूशन लाइन (11,000 वोल्ट) का तार टूट कर गिरने, इंश्यूलेटर पंर होने से बिजली आपूर्ति चरमरायी रही और मात्र 25 से 30 मेगावाट बिजली की खपत हो सकी, जबकि एसएलडीसी से 70 मेगावाट की आपूर्ति की गयी थी.
हरेक विद्युत उपकेंद्र की खपत 15 से 20 मेगावाट की तुलना में चार-पांच मेगावाट ही लोड ले पा रहा था. हालांकि मौसम सुहाना होने के कारण लोगों को बिजली की ज्यादा कमी महसूस नहीं हुई. लोकल फॉल्ट के कारण शहर को कुल मिला कर पांच से आठ घंटे ही बिजली मिल सकी है.
जीरोमाइल से आदमपुर तक अंधेरे में
जीरोमाइल के पास पोस्ट इंश्यूलेटर पंर होने से बिजली आपूर्ति ठप हो गयी. इसके अलावा खंजरपुर में भी इंश्यूलेटर पंर होने के कारण आपूर्ति नहीं हुई. अपराह्न् दो बजे जो बिजली गायब हुई, वह देर रात आठ बजे तक भी बहाल नहीं हो सकी और जीरोमाइल से लेकर आदमपुर तक का इलाका अंधेरे में डूबा रह गया.
भीखनपुर व घंटाघर की लाइन ठप
सिविल सजर्न विद्युत उपकेंद्र दोनों फीडर घंटाघर व भीखनपुर शाम पांच बजे से ब्रेक डाउन हो गया और देर रात आठ बजे तक भी दुरुस्त नहीं होने से आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी. बताया जाता है कि भीखनपुर इलाके में एक से अधिक जगहों पर शॉट लगने से तार टूटने व इंश्यूलेटर पंर होने के कारण आपूर्ति बाधित रही. अधिकारियों के मुताबिक तार जोड़ने के बाद भी फीडर लोड नहीं ले रहा था.
दक्षिणी शहर में टूटा तार
अलीगंज सब स्टेशन से हबीबपुर को जाने वाली आपूर्ति लाइन का बारिश के कारण तार टूट कर गिर गया और आपूर्ति ध्वस्त हो गयी. देर रात नौ बजे तक भी तार की मरम्मत नहीं हो सकी और हजारों की आबादी को बिजली से वंचित रहना पड़ा. दूसरी ओर कजरैली फीडर की आपूर्ति लाइन ब्रेक डाउन होने के कारण देर रात तक में भी बिजली आपूर्ति नहीं हो सकी है.
सबौर और नाथनगर आपूर्ति लाइन
सबौर ग्रिड से सबौर विद्युत उपकेंद्र व नाथनगर विद्युत उपकेंद्र को जाने वाली आपूर्ति लाइन (33,000 वोल्ट) का तार टूटने के कारण ब्रेक डाउन हो गया. इससे लाखों की आबादी बिजली से वंचित रह गये. बिजली मिस्त्री के अभाव में देर रात 10 बजे तक भी आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी और लोगों को अंधेरे में रहना पड़ गया.