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घर के बदले रंग, बाजार रंगीन
धन की देवी का आवाहन करने दीवाली आ रही है. इसके ठीक बाद आस्था का महापर्व छठ शुरू हो जायेगा. इसे लेकर लोग अपने-अपने घरों व दुकानों में सफाई शुरू कर चुके हैं. घरों का रंग-रोगन होने लगा है, तो बाजार में पर्व को लेकर सामग्री उपलब्ध हो चुकी है. सड़क किनारे छोटे-छोटे सामान बिकने […]
धन की देवी का आवाहन करने दीवाली आ रही है. इसके ठीक बाद आस्था का महापर्व छठ शुरू हो जायेगा. इसे लेकर लोग अपने-अपने घरों व दुकानों में सफाई शुरू कर चुके हैं. घरों का रंग-रोगन होने लगा है, तो बाजार में पर्व को लेकर सामग्री उपलब्ध हो चुकी है. सड़क किनारे छोटे-छोटे सामान बिकने लगे हैं और लोग खरीदारी करने भी पहुंच रहे हैं.
दीपक @ भागलपुर
दीवाली में खासकर देवी लक्ष्मी की पूजा होती है. देवी लक्ष्मी के स्वागत में घर सजाये जा रहे हैं. बाजार भी इस मामले में पीछे नहीं है. घर सजाने के समान की दुकानों में ग्राहकों की भीड़ बढ़ गयी है. ऐसे में रंग, चूना व अन्य संबंधित सामग्री फेबिकॉल, वॉल पुट्टी, प्लास्टर ऑफ पेरिस का चौगुना कारोबार बढ़ गया है. हालांकि जीएसटी का कुछ असर जरूर दिख रहा है. इसका असर दाम पर भी है. लोगों के बीच जहां गहरे रंग की मांग बढ़ी है, वहीं वास्तु के अनुसार रंग कराने की चाहत बढ़ गयी है.
रंग व पेंट से करोड़ों का कारोबार
भागलपुर लोहापट्टी में केवल 18 रंग करोबारी हैं, जबकि पूरे शहर में 45 रंग कारोबारी हैं. भागलपुर बाजार से दुमका, गोड्डा, साहिबगंज, बांका, जमालपुर, कोसी क्षेत्र खगड़िया, नवगछिया, बिहपुर आदि क्षेत्रों में रंग का कारोबार होता है. रंग कारोबारी अजय कुमार वर्मा बताते हैं एक सीजन में 12 से 16 करोड़ तक रंग व इससे संबंधित सामान का कारोबार होता है. श्री वर्मा बताते हैं कि रंग व पेंट का कारोबार विश्वकर्मा पूजा के बाद से ही शुरू होती है और दुर्गा पूजा के बाद कारोबार में तेजी आ जाती है. लोग दुर्गा पूजा के बाद और दीवाली के पहले ही घर का रंग-रोगन करना शुभ मानते हैं.
बाहरी व अंदर दीवार के लिए अलग-अलग पेंट
जाड़े में जैसे ऊनी कपड़ा व गर्मी में कॉटन कपड़ा पहनते हैं, उसी प्रकार घर की बाहरी दीवार के लिए अलग पेंट और अंदर के लिए अलग पेंट आते हैं. फिलहाल टेक्सर पेंट का प्रचलन बढ़ा है. इसमें मेटालिक सेट से अधिक डिजाइन तैयार होती है और सुंदरता में चार चांद लग जाती है. हैं.
बैगनी, भूरा व ऑरेंज रंग का क्रेज
पिछले वर्ष से इस बार प्लास्टिक पेंट में नया मेटालिक सेट आया है. इस पेंट में डिजाइन उकेरने का नया तरीका तैयार किया गया है. पेंट व्यवसायी श्री वर्मा बताते हैं पहले लोग हल्का रंग पसंद करते थे, लेकिन अब जमाना बदल गया है. लोगों को गहरा रंग अधिक पसंद आ रहा है. बैगनी, ऑरेंज आदि रंग अधिक भा रहा है. दूसरे पेंट व्यवसायी ईश्वर प्रसाद झुनझुनवाला ने बताया कि लोगों में वास्तु शास्त्र के मुताबिक रंग कराने की इच्छा बढ़ी है. उनका मानना है कि इससे सुख-शांति बनी रहती है. इसमें कमरों की दिशा के अनुसार रंग का चयन होता है. नीला रंग शांति का प्रतीक होता है. लाल रंग उत्तेजना का पैदा करता है. सफेद और क्रीम कलर आनंददायक होता है. पूजा घर में अक्सर लोग गुलाबी रंग कराते हैं. इसे भी शांति का प्रतीक माना जाता है.
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