बताया जाता है िक कई भू-माफियाआें के खिलाफ आरटीआइ के माध्यम से लड़ाई लड़ रहे अधिवक्ता को धमकियां भी दी जा रही थी. इसको लेकर अधिवक्ता ने पिछले दिनों पुलिस के आला अधिकारियों को पत्र भी भेजा था. साथ ही कुछ महीने पहले वििधज्ञ संघ को भी जानकारी दी थी. संघ के महासचिव संजय मोदी के मुताबिक उन्होंने अधिवक्ता अधिवक्ता मो मजहरुल हक के पत्र को एसएसपी के पास भेजा था.
जिला विधिज्ञ संघ ने आरटीआइ कार्यकर्ता अधिवक्ता मो मजहरुल हक उर्फ आरजू की हत्या के विरोध में गुरुवार को अधिवक्ता बहस से दूर रहेंगे. इसके अलावा संघ की आपात बैठक बुलायी गयी है, जिसमें सर्वसम्मति से आगे की रणनीति तय की जायेगी. संघ के अध्यक्ष के माध्यम से महासचिव संजय कुमार मोदी ने घटना के प्रति निंदा करते हुए अधिवक्ता के सुरक्षा पर पुलिस प्रशासन के फेल होने का आरोप लगाया. उनकी हत्या से अधिवक्ताओं में शोक की लहर है.
इधर, अधिवक्ता की हत्या की सूचना से पहले बुधवार को संघ परिसर में पूरे दिन परिजनों के साथ घटना के पीछे के आरोपित पर चर्चा हुई. इस दौरान संघ के महासचिव सहित अन्य के साथ परिजन एसएसपी से भी मिले. बाद में आदमपुर थाना में जाकर लिखित शिकायत दी. मृतक अधिवक्ता मो मजहरुल हक की मां रुआफजा बेगम व पत्नी सादका परवीन के साथ आये परिजनों ने बताया कि कब्रिस्तान की जमीन को लेकर विवाद चल रहा था. इसमें उन्होंने खुद भी कुछ जमीन का एग्रीमेंट करवाया था और इसमें कोर्ट में पैरवी भी कर रहे थे. कुछ दिन पहले उक्त केस से अलग होने के बारे में दबाव आ रहा था. संघ कार्यालय के बाद परिजनों के साथ अधिवक्ता का प्रतिनिधिमंडल एसएसपी मनोज कुमार से मिला. उन्होंने घटना के पीछे अज्ञात के अपहरण व हत्या करने की बात कही, मगर हबीबपुर के कुछ भूमाफियाओं पर आशंका जाहिर की है.