कहलगांव : अंतीचक के चंडीपुर पहाड़िया टोला के लोग बिजली, पानी, स्वास्थ्य की सुविधा से महरूम हैं. इस गांव की आबादी 1500 है और यहां पांच सौ वोटर हैं. सरकार द्वारा चलाये गयी राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना इस टोले तक नहीं पहुंच पायी है. एनटीपीसी ने यहां दो चापानल लगवाये हैं. इनमें एक खराब है. एक चल रहा है, लेकिन इसकी दूरी टोले से एक किमी है. पूरे गांव के लोग पानी लेने एक किमी दूरी तय कर इस चापानल तक पहुंचते हैं.
चापानल पर पानी के लिए लाइन लगी रहती है. इसके अलावा एक कुआं है, जो गरमी की दस्तक के साथ ही सूखने के कगार पर है. कुएं की गहराई 65 फीट है. बालटी भर पानी निकालना भी आसान नहीं हैं.
यहां वर्ष 2007 में एक उपस्वास्थ्य केंद्र का निर्माण तो हुआ, लेकिन यह अब तक चालू नहीं हो पाया है. हाल यह है कि उदघाटन के पहले ही भवन की छत व दीवारें दरक चुकी हैं. स्थानीय निवासी गजाधर पासवान कहते हैं कि बगल के गांव में 1980 में ही बिजली आ गयी, लेकिन यह गांव आज तक उपेक्षित है. गांव में कोई जनप्रतिनिधि नहीं आते हैं.
भुदेव पहाड़िया कहते हैं मुखिया के चुनाव में चंडीपुर पहाड़िया टोला के मध्य विद्यालय में मतदान केंद्र था, लेकिन इस चुनाव में चंडीपुर पहाड़िया टोली का मतदान केंद्र यहां से तीन किलोमीटर दूर खिरीघाट मध्य विद्यालय में कर दिया गया है. इस गरमी में इतनी दूर वोट डालने जाना संभव ही नहीं है.
परमानंद तांती कहते हैं कि हाल में पहाड़िया टोला में मिट्टी के अंदर बच्चे के दबने से एक बच्चे की मौत हो गयी थी. यहां उपस्वास्थ्य केंद्र अगर चलता तो शायद उसकी जान बच सकती थी. कार्तिक पहाड़िया, रंजीत पहाड़िया, बुधनी देवी, भोला पहाड़ी, पुरनी देवी, कुमर पहाड़िया, रूपन पहाड़िया आदि ने कहा कि गांव में सुविधा नाम की कोई चीज नहीं है. हमारी समस्या की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया. इसलिए हम लोग वोट नहीं डालेंगे.
कहते हैं एसडीओ
अनुमंडलाधिकारी शम्स जावेद अंसारी से बात करने पर बताया गया कि मुखिया के चुनाव में हर वार्ड में मतदान केंद्र होता है, लेकिन लोकसभा व विधानसभा चुनाव में ऐसा नहीं होता. इस टोले से बूथ की दूरी दो किलोमीटर के अंदर ही होगी.
कहते हैं पीएचसी प्रभारी
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ गिरेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि उपकेंद्र पर एएनएम उषा कुमारी नियुक्त हैं. वह वहां जाती है.