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सृजन का फर्जीवाड़ा स्मार्ट सिटी फंड पर थी राजू की नजर

जांच. नगर निगम के अधिकारी ने सहयोग नहीं किया इसलिए बच गया पैसा कई आइपीएस और आइएएस अधिकारी से नजदीकी संबंध बना राजू करोड़पति बन गया एनवी राजू का न सिर्फ भागलपुर और आस-पास के जिलों के आइपीएस से बल्कि मुख्यालय में भी पदस्थापित कुछ आइपीएस और आइएएस से है नजदीकी संबंध भागलपुर का व्यवसाय […]

जांच. नगर निगम के अधिकारी ने सहयोग नहीं किया इसलिए बच गया पैसा

कई आइपीएस और आइएएस अधिकारी से नजदीकी संबंध बना राजू करोड़पति बन गया
एनवी राजू का न सिर्फ भागलपुर और आस-पास के जिलों के आइपीएस से बल्कि मुख्यालय में भी पदस्थापित कुछ आइपीएस और आइएएस से है नजदीकी संबंध
भागलपुर का व्यवसाय सिर्फ दिखावे के लिए, एनवी राजू द्वारा ओडिशा में करोड़ों का निवेश किये जाने की सूचना फैल रही
महंगे सामान उपलब्ध करा एनवी राजू ने अधिकारियों से बनाये संबंध
भागलपुर : सृजन महिला विकास सहयोग समिति, बैंकों और सरकारी विभागों के अधिकारी व कर्मी की मिलीभगत से हुई सरकारी राशि की धोखाधड़ी से भरपूर लाभ लेने वाले एनवी राजू का इससे मन नहीं भरा तो उसने स्मार्ट सिटी के लिए नगर निगम में आये पैसे पर भी नजर देना शुरू कर दिया था. सूत्रों की मानें तो राजू ने निगम के अधिकारी से संपर्क साध स्मार्ट सिटी के लिए आये पैसों को भी इधर-उधर करने की कोशिश की थी. निगम के उस अधिकारी से राजू को सहयोग नहीं मिला जिससे पैसे बच गये. एनवी राजू वैसा शख्स है जिसे सरकारी राशि की धोखाधड़ी में सबसे ज्यादा लाभ मिलने का अंदाजा लगाया जा रहा है. राजू का भागलपुर में व्यवसाय तो सिर्फ दिखाने को है. सूत्रों की माने तो राजू ने ओडिशा में करोड़ों का निवेश किया है.
कुछ सालों के भीतर ही कोई करोड़ों में खेलने लगे तो इसके पीछे दो कारण हो सकते हैं वह व्यक्ति या तो अपराधी है या गलत तरीके से पैसे कमाने के लिए उसने बड़े अधिकारियों से संबंध बना लिया है. एनवी राजू भी वैसा ही शख्स है जो देखते ही देखते बड़ा व्यवसायी बन गया और करोड़ों में खेलने लगा. एनवी राजू ने करोड़पति बनने के लिए आइपीएस और आइएएस अधिकारियों से संबंध बनाया. हजारों का गिफ्ट देकर उसने उन अधिकारियों से लाखों और करोड़ों का फायदा लिया. सूत्रों की मानें तो एनवी राजू ने न सिर्फ भागलपुर और आस-पास के जिलों के आइपीएस से नजदीकी संबंध बनाये बल्कि मुख्यालय में पदस्थापित कुछ आइपीएस से भी गहरी दोस्ती बनायी. सरकारी राशि के घोटाले में एनवी राजू का नाम सामने आने के बाद उन अधिकारियाें पर भी सीबीआइ की नजर है जिनसे राजू के नजदीकी संबंध रहे हैं.
कई मित्र अधिकारी आस-पास के जिलों में पदस्थापित हैं : एनवी राजू अधिकारियों के बीच पैठ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आइपीएस की एक लॉबी है जो राजू के समर्थन में हमेशा रहता है. वर्तमान में भागलपुर के आस-पास के जिलों में पदस्थापित कम से कम ऐसे तीन आइपीएस हैं जिनसे एमवी राजू के नजदीकी संबंध हैं. एक ऐसा आइपीएस अधिकारी भी है जो पहले भागलपुर जोन में पदस्थापित रहे हैं वे मुख्यालय में रहते हुए राजू को बचाने की पूरी कोशिश कर रहे.ू

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