सृजन का फर्जीवाड़ा : प्रेम, राकेश व बंशीधर को पुलिस ने लिया रिमांड पर
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डीएम के स्टेनो ने उगले राज कई अन्य पर कार्रवाई जल्द
सृजन का फर्जीवाड़ा : प्रेम, राकेश व बंशीधर को पुलिस ने लिया रिमांड पर कल्याण विभाग ने करायी 115 करोड़ के फर्जीवाड़े की प्राथमिकी जांच में घोटाले की और भी राशि का हो सकता है खुलासा सृजन के सबौर स्थित कार्यालय में तीन मजिस्ट्रेटों की तैनाती भागलपुर : सृजन घोटाले में डीएम के स्टेनो प्रेम […]
कल्याण विभाग ने करायी 115 करोड़ के फर्जीवाड़े की प्राथमिकी
जांच में घोटाले की और भी राशि का हो सकता है खुलासा
सृजन के सबौर स्थित कार्यालय में तीन मजिस्ट्रेटों की तैनाती
भागलपुर : सृजन घोटाले में डीएम के स्टेनो प्रेम कुमार, नाजिर राकेश झा और फर्जी बैंक स्टेटमेंट और पासबुक अपडेट करने वाले बंशीधर को एसआइटी ने गुरुवार को रिमांड पर ले लिया. दोपहर लगभग 12.45 बजे इन तीनों को पुलिस ने रिमांड पर लिया. तीनों से एसआइटी गहन पूछताछ कर रही है. कई डीएसपी, इंस्पेक्टर और एसआइ इनसे पूछताछ कर रहे हैं. पूछताछ के दौरान इन्होंने महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस को दी है. डीएम के स्टेनो ने एसआइटी के समक्ष कई राज उगले हैं. प्रेम ने कई लोगों के नाम बताये हैं जिनका हाथ इस फर्जीवाड़ा में रहा है. प्रेम से उन लोगों के बारे में भी पूछताछ की जा रही है
जिनसे उसका नजदीकी संबंध रहा है. प्रेम व अन्य दोनों लोगों के बयान पर कई लोगों को एसआइटी उठा सकती है.
फर्जीवाड़े के एक-एक पाई का हिसाब होगा : सृजन घोटाले की महालेखाकार (एजी) की टीम ने गुरुवार को जांच शुरू कर दी. एजी की टीम तमाम सरकारी खातों में जमा धन और भुगतान की स्थिति को खंगालेगी. एजी की टीम के आ जाने से इस बात की प्रबल संभावना बन गयी है कि सरकारी राशि
के फर्जीवाड़े के एक-एक पाई का हिसाब हो जायेगा. दूसरी ओर आर्थिक अपराध इकाई की टीम गुरुवार को भी कागजात की पड़ताल करती रही. उधर, कल्याण विभाग ने 115 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े की प्राथमिकी दर्ज करायी है.
हालिया बैंक स्टेटमेंट में भी गड़बड़ी
सृजन मामले की जांच वित्त विभाग की टीम भी कर रही है. इस टीम ने हालिया बैंक स्टेटमेंट मंगा कर जांच की है. इसमें भी गड़बड़ी पायी गयी है.
राकेश का आवेदन कोर्ट ने किया खारिज
एक दिन पहले बुधवार को जेल में बंद नाजिर राकेश कुमार ने कोर्ट में अर्जी दी थी कि वह डायबिटिज से पीड़ित है. लिहाजा उसे अस्पताल में इलाज की इजाजत दी जाये. राकेश के इस आवेदन को कोर्ट ने गुरुवार को हुई सुनवाई में खारिज कर दिया.
तीन मजिस्ट्रेट की तैनाती
सृजन के सबौर प्रखंड मुख्यालय स्थित कार्यालय में गुरुवार को तीन मजिस्ट्रेट की जिला प्रशासन ने तैनाती कर दी. अब जांच टीम को सृजन कार्यालय से कोई भी कागजात या सामग्री की जरूरत होगी, तो मजिस्ट्रेट की निगरानी में प्राप्त कर सकेगी. सृजन कार्यालय में पहले से सुरक्षा के मद्देनजर दो एएसआइ की तैनाती है.
सहरसा में भी जांच कर रही टीम
सहरसा में गुरुवार को प्रभारी सदर एसडीपीओ गणपति ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने पूरब बाजार स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के शाखा व विशेष भूअर्जन कार्यालय की जांच की. पुलिस टीम में सदर थानाध्यक्ष भाई भरत, टेक्निकल सेल के पुअनि मंगलेश कुमार मधुकर सहित अन्य शामिल थे. प्रभारी एसडीपीओ श्री ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2012 से वर्ष 2017 तक की जांच की गयी है.
उन्होंने बताया कि बैंक से वर्ष 2012 से वर्ष 2017 तक पदस्थापित प्रबंधक, कैशियर व चेक पास करने वालों की सूची मांगी गयी है. वर्तमान में यह लोग किस पद पर और कहां पदस्थापित हैं, इसकी भी जानकारी मांगी गयी है. वहीं विशेष भू अर्जन कार्यालय में उस दौरान पदस्थापित पदाधिकारी, प्रधान लिपिक व रोकड़पाल की जानकारी मांगी गयी है.
एजी की टीम ने भी शुरू कर दी जांच
अगले सप्ताह भागलपुर आ सकती है सीबीआइ की टीम
पटना. सृजन घोटाले को टेक-ओवर करने के बाद आगे की जांच के लिए सीबीआइ की एक विशेष टीम अगले सप्ताह पटना और भागलपुर का दौरा कर सकती है. हालांकि, टीम के आने की फिलहाल आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन, विभागीय सूत्रों के अनुसार, अगले सप्ताह टीम का आना तय माना जा रहा है. फिलहाल सीबीआइ ने अब तक दर्ज 14 में से 13 एफआइआर की कॉपी को अंग्रेजी में ट्रांसलेट करवा कर नयी दिल्ली मंगवा लिया है. सीबीआइ की टीम जब यहां जांच करने
पहुंचेगी, तो इससे जुड़े सभी पहलुओं की तहकीकात करेगी. साथ ही इससे जुड़े पहले से गिरफ्तार और अन्य कई संबंधित लोगों से भी पूछताछ हो सकती है.
सूत्रों के मुताबिक सीबीआइ की टीम इस मामले की जांच के क्रम में जब पटना और भागलपुर आयेगी, तब इस मामले से जुड़े सभी कागजात और दस्तावेजों को इओयू की टीम से प्राप्त करके अपने साथ ले जायेगी. वर्तमान में सृजन मामले में बिहार पुलिस ने 14 एफआइआर दर्ज कर दी है. इनमें 12 भागलपुर, एक बांका और एक सहरसा में दर्ज हुई है. इसके अलावा भागलपुर के एसबीआइ में मौजूद सृजन के दो-तीन खातों को फ्रीज किया गया है, जिनमें लाखों रुपये जमा हैं.
सीबीआइ की टीम इस मामले की जांच के दौरान जब पटना और भागलपुर आयेगी, तब इस मामले से जुड़े सभी कागजात और दस्तावेजों को इओयू की टीम से प्राप्त करके अपने साथ ले जायेगी. वर्तमान में सृजन मामले में बिहार पुलिस ने 14 एफआइआर दर्ज किया है. इसमें 12 भागलपुर, एक बांका और एक सहरसा में दर्ज हुई है. इसके अलावा भागलपुर के एसबीआइ में मौजूद सृजन के दो-तीन खातों को फ्रीज किया गया है, जिनमें लाखों रुपये जमा हैं.
ऐसा कोई टकसाल नहीं, जो मुझे खरीद सके : नीतीश
पटना. सृजन घोटाले को लेकर विपक्ष के आरोपों को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निराधार करार दिया है. बुधवार को जदयू विधानमंडल दल की बैठक में उन्होंने कहा, ऐसा कोई टकसाल नहीं बना, जो मुझे खरीद सके. मैंने जीवन भर पूरी ईमानदारी से राजनीति की है और कभी भी ईमानदारी से कोई समझौता नहीं किया है. इस मामले में कोई भी दोषी होंगे, वे नहीं बचेंगे, चाहे वे किसी भी दल के हों या कितने ही रसूख वाले ही क्यों न हों.
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