भागलपुर : सरकारी राशि के फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के कुछ ही दिनों पहले मनोरमा देवी के करीबी रहे नवीन की मौत हो गयी थी. नवीन की मौत के समय सृजन का फर्जीवाड़ा सामने नहीं आया था इसलिए उसकी मौत को गंभीरता से नहीं लिया गया. उसकी मौत के सप्ताह भर के अंदर ही फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद पता चला कि घोटाला उजागर होने की चिंता से ही नवीन बीमार हो गया था.
सृजन से पैसे लेने वाले विपिन शर्मा और अन्य लोगों ने मनोरमा देवी की मौत के बाद सरकारी खाते की राशि लौटाने में आनाकानी की. ऐसा होने पर नवीन चिंतित हो गया था. वह समझ गया था कि अब यह घोटाला उजागर हो जायेगा. वह बीमार हो गया और अस्पताल में हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गयी.
कई लोग अंडरग्राउंड हो गये : घोटाला सामने आने के बाद नवीन के साथ काम करने वाले दीपक और प्रशांत नाम के व्यक्ति अंडरग्राउंड हो गये. पुलिस को उनकी तलाश है और छापेमारी भी की जा रही है. सृजन से जुड़े लोगों का कहना है कि मनोरमा देवी और विपिन शर्मा की हर गतिविधियों की जानकारी नवीन को रहती थी. वह शुरुआत से मनोरमा देवी के साथ था. उसे इस बात की जानकारी रहती थी कि कौन सा चेक कहां से आया है, कहां जमा करना है, किसे कितने रुपये देने हैं, किसके पास कितने रुपये बकाया हैं, कौन-कौन से लोग सृजन से खास रूप से जुड़े हैं. यह भी बताया जा रहा है कि मनोरमा या विपिन के कारोबार का हिसाब-किताब दीपक और प्रशांत के लैपटॉप में है. घोटाला उजागर होने के बाद से ही दीपक और प्रशांत लैपटॉप लेकर फरार हैं.
मनोरमा देवी का करीबी था नवीन, लगभग 22 दिन पहले हर्ट अटैक से मौत हुई थी
मनोरमा देवी की मौत के बाद विपिन शर्मा सहित अन्य लोगों द्वारा सरकारी पैसे लौटाने में आनाकानी की वजह से परेशान था नवीन
नवीन समझ गया था कि अब यह घोटाला सामने आ जायेगा