भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रमाशंकर दुबे व प्रतिकुलपति प्रो एके राय ने कुछ स्नातकोत्तर विभागों व प्रेस का निरीक्षण किया. विवि की संपत्ति का जायजा भी लिया. इस दौरान पीजी कॉमर्स के छह में चार शिक्षक अनुपस्थित थे. इसी विभाग में सात में तीन कर्मचारी व प्रेस में एक कर्मचारी बिना सूचना के अनुपस्थित थे. कुलपति ने शिक्षकों को शोकॉज पूछने का निर्देश दिया और कर्मचारियों को अनुपस्थित करते हुए एक दिन का वेतन काटने को कहा. निरीक्षण के दौरान डीएसडब्ल्यू व प्रोक्टर भी साथ थे.
विश्वविद्यालय प्रवक्ता डॉ इकबाल अहमद ने बताया कि सबसे पहले पीजी कॉमर्स विभाग का निरीक्षण किया गया. पाया कि यहां की व्यवस्था अच्छी नहीं है. विभागाध्यक्ष से शिक्षकों की अनुपस्थिति का कारण पूछने पर संतोषजनक जवाब नहीं मिला. विद्यार्थी की समस्या भी सुनी. छात्रों ने पुस्तकालय में पुस्तक की कमी बतायी. पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है. शौचालय की स्थिति भी खराब थी. शीशे टूटे हुए थे. सफाई की कमी थी. सफाईकर्मी को फटकार लगायी. सफाई की व्यवस्था दुरुस्त करने को कहा. छात्रों की समस्या पर वीसी ने कहा कि जल्द से जल्द पुस्तकें उपलब्ध करा दी जायेगी.
सभी छात्र करें नियमित क्लास
कुलपति व प्रतिकुलपति ने सभी छात्र-छात्राओं से अपील की कि कक्षा में अधिक संख्या में उपस्थित हों. सभी विद्यार्थी नियमित रूप से क्लास करें.
प्रेस में बेकाम बैठे थे कर्मचारी
प्रेस में निरीक्षण के दौरान एक कर्मचारी अनुपस्थित पाये गये. उन्हें अनुपस्थित कर एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया गया. कंपोजिट सेक्शन में अधिकतर कर्मचारी कार्य नहीं कर रहे थे. जानकारी मिली कि कंपोजिट सेक्शन में कर्मचारियों को काम करने के लिए कुछ था ही नहीं. इस पर कुलपति ने नाराजगी जतायी. प्रेस प्रबंधक को निर्देश दिया कि उन्हें आवश्यक जगह पर कार्य पर लगायें.कुलपति ने माइनॉरिटी गल्र्स हॉस्टल के लिए प्रस्तावित भूमि व विवि बाल निकेतन का भी निरीक्षण किया.
गांधी विचार विभाग पर जताया संतोष
इसके बाद एमबीए विभाग का निरीक्षण किया. सुचारु रूप से क्लास चल रही थी. कुलपति ने कहा कि निर्देशक के आने के बाद समस्या का समाधान का प्रयास किया जायेगा. गांधी विचार विभाग में भी निरीक्षण के लिए पहुंचे. देखा कि सेमेस्टर दो व चार में कक्षाएं हो रही थी. सारे शिक्षक उपस्थित थे. कुलपति ने संतोष व्यक्त किया. छात्रों की उपस्थिति काफी कम थी.