कहलगांव : पिछले चार दशक से धीमी गति से सरकती बटेश्वर स्थान गंगा पंप नहर परियोजना की उद्घाटन की तिथि टल गयी है. पूर्व घोषित तिथि सात जुलाई के बदले चार जुलाई को उद्घाटन की तिथि तय की गयी थी. यह तिथि भी अंततः रविवार की देर रात स्थगित कर दी गयी. मुख्य मंत्री के उद्घाटन में शामिल होने की तैयारी को लेकर रविवार को डीएम आदेश तितरमारे ने उद्घाटन से पूर्व पंप हाउस वन व टू का स्थलीय निरीक्षण कर परियोजना से संबंधित वरीय अभियंताओं को कई दिशा-निर्देश दिये थे.मुख्य मंत्री के आगमन को लेकर स्थानीय पदाधिकारियों को सारी तैयारी को दुरुस्त करने की बात भी कही थी.
डीएम ने किया निरीक्षण. मुख्य मंत्री के उद्घाटन की जानकारी मिलते ही अचानक रविवार को डीएम आदेश तितरमारे परियोजना स्थल पहुंच कर पंप हाउस वन एवं टू का स्थलीय निरीक्षण किया.परियोजना के वरीय अभियंताओं ने डीएम को उद्घाटन के लिए तैयार परियोजना के पंप हाउस के चप्पे-चप्पे से वाकिफ कराया. डीएम ने खुद पंप हाउस वन के एक कंट्रोल पैनल के बटन को स्टार्ट कर पंप मोटर को चलाया.पंप हाउस की छत पर चढ़ कर सेफ्टी के लिए कई निर्देश दिये.उद्घाटन के दरम्यान सीएम के अवलोकन के लिए परियोजना के दोनों पंप हाउस की कार्य प्रणाली को डिसप्ले के जरिये दिखाने की बात पर डीएम ने विशेष जोर देते हुए इसे शीघ्र लगाने की बात कही. मौके पर कहलगांव के एसडीएम अरुणाभ चंद्र वर्मा,एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल, डीसीएलआर रवि रंजन कुमार गुप्ता, बीडीओ रज्जन लाल निगम सहित कई स्थानीय पदाधिकारी उपस्थित थे.
होती रही चर्चा . यह चर्चा होती रही कि पंप हाउस वन से सटे डिलिवरी वैट का रिसाव खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है. तेजी से हो रहे रिसाव से बहते पानी पंप हाउस वन के सामने वाले हिस्से में बृहत पैमाने पर जमा हो चुका है. उद्घाटन तिथि में हो रही देरी के कारण पंप हाउस वन के सामने वाले हिस्से में रिसाव का पानी कहीं उद्घाटन के दिन और खतरनाक न हो जाये. मालूम हो कि पंप हाउस के पीछे कॉपर डैम में हर पल लबालब पानी भरा रहेगा.ऐसे में पंप हाउस के दो हिस्से में हर पल पानी का जमाव पंप हाउस के सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है और बड़े हादसे को निमंत्रण दे सकता है.
खतरनाक धंसान पर बने कॉपर डैम को गाद से दूर रखने के ख्याल से बने रिंग वॉल को अभी-अभी पहली बारिश व बाढ़ के कहर को झेलना है. हाल ही में निर्माण के दौरान आयी दरार यानी दो भाग में बंट चुके रिंग वॉल की मरम्मत नहीं हो पाया है.पंप हाउस के कुलकुलिया गांव की तरफ बाढ़ के पानी को रोकने के लिये बोल्डर पिचिंग करना तय था, जो अब तक नहीं हो पाया है.
अभी किसानों को नहीं मिलेगा पानी. सूत्र ही बताते हैं कि बिहार में करीब 55 आरडी केनाल (बिहार) व करीब 93 आरडी (झारखंड) स्थित मुख्य केनाल के निर्माण का काम अभी भी अधूरा है. लाभान्वित किसानों के खेत तक पहुंचने वाले शाखा केनाल का निर्माण भी अरसे से ठप है, इसकी पुष्टि करते हुए पिछले चार माह से दिन-रात एक कर अपनी टीम के साथ परियोजना को उद्घाटन के लायक बनाने वाले जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता ज्ञान प्रकाश लाल ने बताया पानी फीडर चैनल होते हुए मुख्य केनाल में मात्र पांच आरडी तक ही जायेगा.पश्चात हरचंदपुर गांव स्थित मुख्य केनाल तक ही पानी छोड़ने की योजना है.शाखा केनाल में पानी जाने के बाद ही कहलगांव,पीरपैंती व सन्हौला के किसानों के खेतों तक सिंचाई हेतु पानी उपलब्ध हो पायेगा.