बीहट : शनिवार को कोयला का रैक पहुंचते ही बरौनी थर्मल की 110 मेगावाट क्षमता वाली सातवीं इकाई से बिजली उत्पादन की सुगबुहाट अब तेज होती दिख रही है. हालांकि विद्युत उत्पादन के मद्देनजर सातवीं इकाई को सफलतापूर्वक चलाने के लिए कोल मिल, सॉफ्टिंग प्लांट, डीएम वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, छाय-पानी निकासी पाइपलाइन, हेरा यार्ड, पीएफैन आदि जैसे संयंत्रों में चल रहे कई अति महत्वपूर्ण कार्य या तो पूरा कर लिया गया है
फिर कार्य लगभग समाप्ति पर है. चीफ इंजीनियर जेनरेशन सह प्रभारी बभटीपीएस जीएम एके झा ने बताया कि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो जुलाई महीने के अंत तक बरौनी थर्मल की सातवीं इकाई से बिजली उत्पादन की पूरी संभावना है. ज्ञात हो कि इस साल 28 फरवरी को बरौनी थर्मल की सातवीं इकाई को रेस्टिंग के दौरान तेल से चालू कर 19 मेगा वाट तक सफलतापूर्वक बिजली का उत्पादन कर अन्य कार्यों को पूरा करने के लिए बंद कर दिया गया था.
अब जबकि 110 मेगावाट क्षमता वाली इकाई से संबंधित लगभग सारे कार्य अंतिम पड़ाव पर हैं, ऐसे में इस माह के अंत तक विद्युत उत्पादन की आशा बलवती हो गयी है. विदित हो कि बरौनी थर्मल की दोनों 110 मेगावट क्षमता वाली इकाई संख्या छह और सात का आधुनिकीकरण व नवीनीकरण लगभग 6000 करोड़ की लागत से की जा रही है.