साहेबपुरकमाल : विष्णुपुर आहोक पंचायत के रजौड़ा गांव में शुक्रवार की शाम लाल माता मंदिर में पूजा के दौरान छतीश यादव की हत्या से पूरा क्षेत्र सन्न रह गया. उसकी हत्या के बाद उसके तीन मासूम बच्चे जिसमें दो पुत्र और एक पुत्री के सिर से पिता का साया छीन गया .ग्रामीण बताते हैं कि 12 वर्ष से कम उम्र के तीनों बच्चों का भरण पोषण मुश्किल हो गया. मृतक के पड़ोसी ने बताया कि गांव में 2003 में एक व्यक्ति की हत्या हो जाने पर छतीश को नामजद किया गया था.
केस के जजमेंट में न्यायालय ने उक्त मामले में उसे बरी कर दिया और तीन माह पूर्व ही वह जेल से छूटकर घर आया था .घर आते ही वह लाल माता मंदिर का पुजारी बन गया और वह सुबह -शाम मंदिर में पूजा -अर्चना करता था. शुक्रवार की शाम भी वह ज्योंहि मंदिर पर पहुंचा और पूजा शुरू की अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर उसे मौत के घाट उतार दिया. सभी अपराधी बाइक पर सवार होकर आये थे . पड़ोसियों ने बताया कि 2003 की घटना के बाद छतीश का पूरा परिवार घर छोड़कर रिश्तेदार के यहां रहने लगा.
उसके मां-बाप पहले ही इस दुनिया से विदा हो चुके हैं. भाई और भतीजा डीहा गांव में बहन के यहां शरण लिए है जबकि उसकी पत्नी अपने तीन छोटे -छोटे बच्चों के साथ कुत्तुपुर राम टोला खगड़िया में मायके के घर रह रही थी. पोस्टमार्टम के बाद डीहा गांव से ही शव का दाह संस्कार किया गया. मृतक की पत्नी दूरो देवी के आवेदन पर थाने में मामला दर्ज कर आधा दर्जन से अधिक लोगों को नामजद किया गया है. पुलिस आरोपित की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है.