कटोरिया : वासंतिक नवरात्र में जहां एक ओर शक्ति की देवी मां दुर्गा की पूजा-अराधना हो रही है. वहीं दूसरी ओर मृत मसाला व्यवसायी चुनीलाल साह की सभी नौ पुत्रियों ने अपने पिता के श्राद्धकर्म का जिम्मा भी संभाल लिया है. मंगलवार को देवी के नौ स्वरूप तुल्य सभी नौ बेटियों ने नारी शक्ति का परिचय देते हुए दिवंगत पिता की अरथी को कंधा देकर समाज को सशक्त संदेश दिया. इन बेटियों ने दुख की इस घड़ी में भी साहस का परिचय देते हुए परिवार में बेटे की कमी को पूरा किया.
‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ के अभियान को बल दिया. रूढ़ीवादी समाज को बेटा व बेटी में फर्क नहीं करने संदेश भी दिया. दिवंगत मसाला व्यवसायी की पुत्री किरण, अनिता, ललिता, रश्मि, माला, रेणु, गुड़िया, आशा व वंदना ने ही सामूहिक रूप से श्राद्धकर्म को परंपरागत ढंग से संपन्न कराने का जिम्मा भी संभाल लिया है. दिवंगत मसाला व्यवसायी की पुत्री माला देवी ने कहा कि मेरे पिताजी हम बेटियों के लिए ‘गॉड-गिफ्ट’ थे. उनके निधन के बाद हम सबों ने अरथी को कंधा देकर बेटे का फर्ज निभाया. पिता की आत्मा को बेटा की कमी का एहसास नहीं होने दिया. समाज की अन्य बेटियां भी जरूरत पड़ने पर ऐसी साहस दिखाये. मसाला व्यवसायी के सबसे छोटे पुत्र विभूति कुमार ने कहा कि इन नौ बेटियों ने अपने पिता के अरथी को सामूहिक रूप से कंधा देकर सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है. यह समाज के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है. ज्ञात हो कि किडनी की बीमारी से पीडि़त मसाला व्यवसायी चुनीलाल साह का निधन सोमवार को रांची स्थित प्राइवेट नर्सिंग होम में हो गयी थी. मंगलवार को अंतिम संस्कार के लिए जब सुल्तानगंज के लिए अरर्थी उठी, तो सभी नौ बेटियों ने ही कंधा दिया. अब इन बेटियों ने मिल कर ही श्राद्धकर्म का जिम्मा भी उठा लिया है.