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एनएच को लेकर संशय बरकरार
शेखपुरा-बरबीघा से गोड्डा भाया जमुई, सिमुलतला, कटोरिया, बांका, पंजवारा एनएच 333ए का कटोरिया बाजार से होकर सर्वेक्षण किया गया है. मौजूदा एनएच 22 व 25 को एनएच में अपग्रेड किया जाना है. हालांकि तय मार्ग के चयन का विरोध भी शुरू हो गया है. लोगों ने मंत्रालय को सुझाव भी भेजे हैं. कटोरिया : एनएच333ए […]
शेखपुरा-बरबीघा से गोड्डा भाया जमुई, सिमुलतला, कटोरिया, बांका, पंजवारा एनएच 333ए का कटोरिया बाजार से होकर सर्वेक्षण किया गया है. मौजूदा एनएच 22 व 25 को एनएच में अपग्रेड किया जाना है. हालांकि तय मार्ग के चयन का विरोध भी शुरू हो गया है. लोगों ने मंत्रालय को सुझाव भी भेजे हैं.
कटोरिया : एनएच333ए के निर्माण को लेकर कटोरिया वासियों में संशय की स्थिति बनी हुई है. चूंकि कटोरिया में बायपास देने की बजाय यदि बाजार होकर ही एनएच333ए को गुजारा गया, तो भारी संख्या में दुकानदारों व लोगों का विस्थापन तो होगा ही, बसा बसाया बाजार भी उजड़ जायेगा. ज्ञात हो कि शेखपुरा-बरबीघा से लेकर गोड्डा भाया जमुई, सिमुलतला, कटोरिया, बांका, पंजवारा नेशनल हाइवे 333ए को कटोरिया बाजार से होकर सर्वेक्षण किया गया है.
मौजूदा राष्ट्रीय हाइवे 22 व 25 को एनएच में अपग्रेड करने का कटोरिया क्षेत्र के लोग काफी विरोध कर रहे हैं. इसको लेकर एनएच के अधिकारियों व ग्रामीणों के बीच हुई बैठक में भी ग्रामीणों ने अपने-अपने सुझाव भी दिये थे. जिसमें कटोरिया बाजार में एनएच को बाइपास से गुजारने की मांग रखी गयी थी. इधर एनएच के सोशल एक्सपर्ट सह डिजाईनर मुन्ना कुमार ने बताया कि एनएच333ए के निर्माण हेतु डीपीआर बनाने का कार्य प्रक्रिया में है. अब तक सिर्फ प्रथम चरण का कार्य ही पूरा हुआ है. जिसमें सर्वे व लोगों के फिडबैक लेने का कार्य हुआ है. इस दौरान एनएच333ए के निर्माण से लोगों को कितना नुकसान होगा, नुकसान को कैसे कम किये जायें से संबंधित प्रस्ताव राज्य नेशनल हाइवे डिवीजन को भेजा गया है. इसके बाद वहां से रिव्यू होगा. फिर अगले चरण का कार्य शुरू होगा.
बाइपास के लिए ग्रामीणों ने भेजा आवेदन : एनएचएआई के चेयरमेन को कटोरिया के ग्रामीणों ने एक सामूहिक हस्ताक्षरयुक्त आवेदन भेज कर एनएच333ए में बाइपास देने की मांग की है. ग्राम पंचायत मुखिया प्रदीप कुमार गुप्ता के नेतृत्व में स्थानीय दुकानदारों व लोगों ने बाइपास की मांग का समर्थन करते हुए आवेदन-पत्र प्रेषित किया है. जिसमें बताया गया है कि बाजार होकर एनएच333ए को अपग्रेड करने पर लगभग पांच सौ परिवार विस्थापन के शिकार होंगे. उनका रोजी-रोटी बंद हो जायेगा. वायु-प्रदूषण व ध्वनि प्रदूषण का स्तर बढ़ जायेगा. दुर्घटना की संभावनाएं बढ़ जायेगी. रोड जाम की स्थिति पैदा होगी.
होगी परेशानी : ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण सड़क के दोनों तरफ आबादी को आने-जाने में परेशानी होगी. बसा-बसाया बाजार उजड़ जायेगा. मुख्य बाजार से एनएच पास होने पर अत्यधिक भूमि व स्ट्रर का मुआवजा देना पड़ेगा. स्कूली छात्र-छात्राओं को स्कूल जाने-आने में भी परेशानी होगी. रेफरल अस्पताल, थाना, डाकघर, बैंक आदि संस्थान तक पहुंचने में भी कठिनाई हो जायेगी.
रेलवे ओवरब्रिज के बाद से हो बाइपास : वैकल्पिक व्यवस्था के तहत एनएच 333ए को बांका की ओर से आने के क्रम में कठौन रेलवे ओवर ब्रीज के बाद से बाईपास देकर देवघर रोड में निकालने का प्रस्ताव ग्रामीणों ने दिया है. जिससे उपर वर्णित समस्याओं का समाधान हो जायेगा. ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत कटोरिया के कार्यकारिणी में भी उक्त प्रस्ताव को पारित किया गया है.
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