शंभुगंज में पंचायत का तुगलकी फरमान
Advertisement
चार बच्चे की मां को पति से जुदा कर प्रेमी के घर भेजा
शंभुगंज में पंचायत का तुगलकी फरमान चारों बच्चे मां की ममता व प्यार के लिए हो रहे लालायित शंभुगंज : अग्नि को साक्षी मानकर साथ-साथ जीने मरने का कसम खाने वाले दंपती के रिश्तों में ऐसा दरार आया कि चार संतान रहने के बाद भी एक पति ने अपनी पत्नी के साथ न सिर्फ मारपीट […]
चारों बच्चे मां की ममता व प्यार के लिए हो
रहे लालायित
शंभुगंज : अग्नि को साक्षी मानकर साथ-साथ जीने मरने का कसम खाने वाले दंपती के रिश्तों में ऐसा दरार आया कि चार संतान रहने के बाद भी एक पति ने अपनी पत्नी के साथ न सिर्फ मारपीट की बल्कि उसे घर से भी निकाल दिया. एक सप्ताह तक दर-दर भटकने के बाद गांव में पंचायती हुई.
जहां समाज के लोगों ने भी पंचायत में तुगलकी फरमान जारी करते हुए उस महिला को दोषी करार देकर पति से जुदा करते हुए उसी गांव के उसके नाबालिग प्रेमी से शादी करवा कर उसके घर पहुंचा दिया. यह घटना जिले के शंभुगंज प्रखंड के पड़रिया गांव की है.
मुंगेर निवासी है नीतू
शंभुगंज प्रखंड क्षेत्र के बबलू मंडल पिता देवी मंडल की शादी हिंदु रीति-रिवाज के साथ मुंगेर जिला के खड़िया गांव में नीतू कुमारी से 13 वर्ष पूर्व हुई थी.
शादी के बाद उनको तीन लड़की व एक लड़का हुआ. इसी बीच दोनों के रिश्तों में इस तरह खटास आयी कि बबलू मंडल नीतू देवी पर गांव के ही एक लड़के से अवैध संबंध होने का आरोप लगा उसके साथ मारपीट करने लगा. हालात यहां तक पहुंच गया कि एक दिन नीतू देवी को उसके पति बबलू मंडल ने मारपीट कर बुरी तरह जख्मी कर घर से ही निकाल दिया. उसके बाद भी महिला ने हिम्मत नहीं हारी और उनके दरवाजे पर ही घर के बाहर भुखी प्यासी बैठी रही.
करीब सप्ताह भर बाद इसको लेकर जब गांव में बैठक हुई तो पंचायती में भी महिला को दोषी करार दिया गया. इतना ही नहीं पंचायती में गांव के समाज सुधारकों ने इसको लेकर तुगलकी फरमान जारी कर उक्त महिला नीतू देवी(34) को न सिर्फ उसके पति बबलू मंडल से जुदा कर दिया बल्कि पड़रिया गांव के ही उसके नाबालिग प्रेमी बालकिशोर कुमार पिता सुधीर प्रसाद सिंह (17) के घर पहुंचाकर रखवा दिया.
बंदूक की नोक पर करवायी शादी
अब उसके चारों बच्चे मां की ममता व प्यार के लिए लालायित हो रहे हैं. इधर बालकिशोर कुमार ने बताया कि बंदुक की नोक पर समाज के दबंगों ने महिला को उसके साथ शादी करवा कर घर पर रखवाया है. पड़रिया गांव में हुई यह घटना चर्चा का विषय बना हुआ है. इधर पड़रिया पंचायत के मुखिया विद्या वर्मा ने बताया कि ये मामला वहां के ग्रामीण व समाज का है. इसमें कौन दोषी है या नहीं है इसमें वो कुछ भी प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं कर सकतीं.
वहीं सरपंच कंचन देवी ने बताया कि ये ग्राम कचहरी स्तर का मामला नहीं बल्कि न्यायालय स्तर का मामला था. इस मामले में वे कभी हस्तक्षेप नहीं कर सकती हैं. जबकि पड़रिया पंचायत के पूर्व सरपंच मनोज कुमार ने बताया कि इससे समाज पर कुप्रभाव व बदनामी का कलंक लगता है. अमूनन अगर दोनों दोषी थे, तो दोनों पर कार्रवाई करना चाहिए.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement