श्रावणी मेला 2016. निरीक्षण के बाद भी अब तक भागलपुर-हंसडीहा मार्ग दुरुस्त नहीं
Advertisement
कांवरियों की होगी कठिन परीक्षा
श्रावणी मेला 2016. निरीक्षण के बाद भी अब तक भागलपुर-हंसडीहा मार्ग दुरुस्त नहीं श्रावणी मेला की तैयारी में प्रशासन एक बार फिर जुट गयी है. जिले के आलाधिकारी नित्य बैठक कर इसकी समीक्षा कर रहे हैं. अधिकारियों का काफिला स्थल का निरीक्षण भी कर रहे है. लेकिन इतना जतन करने के बावजूद भागलपुर हंसडीहा मार्ग […]
श्रावणी मेला की तैयारी में प्रशासन एक बार फिर जुट गयी है. जिले के आलाधिकारी नित्य बैठक कर इसकी समीक्षा कर रहे हैं. अधिकारियों का काफिला स्थल का निरीक्षण भी कर रहे है. लेकिन इतना जतन करने के बावजूद भागलपुर हंसडीहा मार्ग की स्थिति अब तक दुरुस्त नहीं हो पायी है.
रजौन : श्रावणी मेले में बंगाल उड़ीसा असम, झारखंड व दक्षिणी भारत से आने वाले कांवरिया इसी मार्ग से सुल्तानगंज तक जाते हैं. साथ ही बाबा बासुकीनाथ जाने वाले अधिकांश कांवरिया जिनमें डाक कांवरिया की संख्या सबसे ज्यादा होती है वो भी इसी मार्ग पर चलते हैं. इसके अलावे स्थानीय शिव मंदिरों में भी जल चढ़ाने वाले कांवरियों की संख्या काफी ज्यादा होती है. जो इस मार्ग का उपयोग करती है. लेकिन प्रशासन आज तक इस मार्ग को ज्यादा तरजीह नहीं दे पायी है.
जिसका नतीजा होता है कि मार्ग पर चलने वाले कांवरियों को जाम सहित अन्य मुश्किलों से जूझना पड़ता है. इधर पिछले बीस दिनों से इस मार्ग पर महाजाम की समस्या भयंकर रूप ले चुकी है. सड़क निर्माण करने वाली कंपनी का कार्य रुक गया है. खड़हारा, सोहानी सहित कई स्थानों पर सड़क निर्माण कार्य अधूरा है जबकि राजावर से आगे सड़क बनी ही नहीं है.
लिहाजा एक बार फिर श्रावणी मेला को लेकर इस मार्ग से गुजरने वाले तीर्थ यात्रियों के लिये डगर काफी कठिन होने वाला है. बता दें कि इस मार्ग से सावन के प्रत्येक रविवार को हजारों की संख्या में डाक कांवरियों का रेला चलता है. ऐसी परिस्थिति में प्रशासन का इस ओर कब ध्यान होगा, कहना कठिन है.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement